देवघर:
देवघर नगर निगम बोर्ड की बैठक हंगामेदार रही. हंगामा उस वक्त बढ़ गया जब निगम के एसी रमेश झा और विभिन्न वार्डो के वार्ड पार्षदों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ.
दरअसल, निगम बोर्ड की यह बैठक श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर की जानी थी. लेकिन हंगामे के बीच बैठक अपने उद्देश्य से भटकती नजर आई.
देवघर नगर निगम में उपमेयर नीतू देवी की अध्यक्षता में निगम कार्यालय में निगम बोर्ड की बैठक आयोजित हुई. बैठक में निगम के सीईओ, सभी वार्ड पार्षद सहित संबंधित पदाधिकारियों मौजूद थे. बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर चर्चा करनी थी. जिसमें बिजली, पानी, सड़क और स्वच्छता सहित श्रद्धालुओं की तमाम सुविधाओं से संबंधित निर्णय लेना था. लेकिन बोर्ड की बैठक अचानक से हंगामें में तब्दील हो गया. इससे पहले की कोई ठोस निर्णय बैठक में होता. बैठक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया.
बोर्ड की बैठक में उपस्थित वार्ड पार्षदों ने निगम के एसी रमेश झा पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने दायरे के बाहर कार्य कर रहे हैं. इतना सुनते ही एसी भी भड़क उठे. दोनों ओर से खुब तु-तु मैं-मै जारी रहा. हालांकि लोगों को शांत कराते हुए उपमेयर और सीईओ नजर आये लेकिन हंगामें में उनकी आवाज़ सूनने वाला कोई नहीं था.
वार्ड पार्षदों द्वारा एसी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है. वार्ड पार्षदों ने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई, तो सभी वार्ड पार्षद एकजुट होकर निगम के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे.
वहीं एसी रमेश झा ने अपने उपर लगे आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि आरोप को साबित कर बतायें.