गिरिडीह:
गिरीडीह के जमुआ प्रखण्ड धोथो के मुखिया की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। डेढ़ वर्षों से विकास कार्य मुखिया की मनमानी के चलते बन्द है। आज विवश होकर ग्रामीणों के साथ उप मुखिया वार्ड सदस्यों ने बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई।
बैठक में सबने एक स्वर में कहा कि तीन वर्षीय योजना की प्राथमिकीकरण में दोनवाघाट और कोठवाटांड को योजनाओं से वंचित रखा गया है।आरोप है कि चापाकल में भी काफी अनियमितता बरती गई है। एक तो जगह का चयन गलत किया है ऊपर से बोरिंग कम गहराई तक किया है। बोरिंग में प्लास्टिक पम्प का इस्तेमाल किया गया है। शौचालय की गुणवत्ता निम्न है। सभी योजनाओं की जांच भी की गई लेकिन मुखिया पर अबतक कार्रवाई नही हुई।
वार्ड सदस्यों ने कहा कि मुखिया सलीम वार्ड सदस्यों से कोई राय शुमारी नही करता न ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाता है और तो और वार्ड सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग भी करता है।
वार्ड सदस्यो ने कहा कि मुखिया पर कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहेगा। अगर पांच दिन के अंदर कार्यवाई नही हुई तो 28 को वे जिला मुख्यालय में अनिश्चित कालीन धरना पर बैठेंगे।