धनबाद:
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के इन्ट्रेन्स की परीक्षा देने धनबाद आये 180 परीक्षार्थियों का परिषद व केंद्र की लापरवाही के कारण एक साल बर्बाद हो गया। ऑनलाइन होने वाली इस परीक्षा का केंद्र धनबाद के विनोद नगर स्थित जेडीएस आइटीआइ को बनाया गया था, परंतु वहां मात्र 92 कंप्यूटर थे. उसमें भी मात्र 15 ही चल रहे थे. जिसके कारण परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाये।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की थी परीक्षा:
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की पूरे देश में आज सुबह दस बजे से साढे बारह बजे तक परीक्षा आयोजित थी। धनबाद में इसका सेंटर जेडीएस आइटीआइ को बनाया गया था, जहां न सिर्फ धनबाद बल्कि बोकारो, रांची, आसनसोल के 180 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। तय समय पर सारे परीक्षार्थी अपने अभिभावकों के साथ सेंटर पर पहुंचे तो वहां की स्थिति से अवगत होते ही उन्हें अपना एक साल बरबाद होता दिखा। कुल 180 परीक्षार्थियों के केंद्र में मात्र 15 कंप्यूटर ही सही से चल रहे थे।
सेंटर में कंप्यूटर की व्यवस्था पूरी नहीं थी:
ऑनलाइन परीक्षा दोपहर साढ़े बारह बजे तक ही होनी थी, फिर शेष कैसे परीक्षा देते इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा था, फलत: परीक्षार्थी व उनके अभिभावक हंगामा करने लगे। केंद्र के वीक्षक के अनुसार संसाधनों की कमी की जानकारी पहले ही सेंटर संचालक को दे दी गयी थी, लेकिन कंप्यूटर की व्यवस्था नहीं की गयी, जिसके कारण परेशानी हुई।
छात्रों और अभिभावकों में आक्रोश देखा गया:
हंगामा की सूचना पाकर विनोद नगर पहुंची धनबाद पुलिस को भी परीक्षार्थियों व अभिभावकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। आक्रोश को देखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पर्यवेक्षक डॉ दिनेश मैयती ने परिषद को इससे अवगत कराया और फिर वहां से स्वीकृति मिलने के बाद परीक्षा रद्द करने की जानकारी सबों को दी। साथ ही जल्द ही परीक्षा की तिथि तय करने की भी बात कही।
छात्रों का प्रबन्धक की लापरवाही से एक साल हुआ बर्बाद:
बहरहाल दूर-दूर से आये परीक्षार्थी अपना एक साल बेकार जाने की सोच में परेशान हो वापस लौट गये। अब देखने वाली बात यह होगी की परिषद कितनी जल्दी इनके लिये फिर से परीक्षा कंडक्ट करवाता है।