खूंटी/रांची:
कोचांग में नाटक मंडली की पांच लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने फादर अल्फांसो आईंद समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार दो युवकों की पहचान अजूब सांडी पूर्ति ओर आशीष लोंगा के रूप में की गई है। तीनो को जेल भेज दिया गया है।
चार लोगों की तलाश जारी:
झारखंड पुलिस के एडीजी आरके मल्लिक ने बताया कि इस घटना में चार और लोगाें की पहचान की गई है, जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। कोचांग के स्टॉपमन मेमोरियल मध्य विद्यालय के प्रभारी व सचिव फादर अल्फांसो आईंद के खिलाफ भी नामजद केस दर्ज किया गया था। फादर पर लड़कियों को दुष्कर्मियों के साथ जाने से न रोकने अौर पुलिस को सूचना नहीं देने का आरोप है।
कांड का मास्टरमाइण्ड जॉन जोनास किड़ों:
इस शर्मनाक घटना का मास्टर माइंड जॉन जोनास किड़ों है। एडीजी आर के मालिक के अनुसार जॉन पर पहले से ही पत्थरगढ़ी के जरिए सरकार के खिलाफ काम करने को लेकर खूंटी के अलग-अलग स्थानों में 8 मामले दर्ज हैं। एडीजी के अनुसार घटना को अंजाम देने के लिए स्थानीय युवकों और पीएलएफआई के नक्सलियों को जॉन ने ही उकसाया था। जॉन की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
क्या है पूरा घटना क्रम:
मंगलवार 19 जून को दोपहर 12:30 बजे के करीब मानव तस्करी ,पत्थलगड़ी ,नक्सलवाद और डायन प्रथा के खिलाफ नुक्कड़ नाटक के जरिये जागरूकता फैलाने पहुचे एनजीओ की टीम कोचांग के स्टॉपमन मध्य विद्यालय में बच्चों के बीच नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर रहे थे। अभी 15 मिनट ही हुए थे कि दो बाइक पर सवार पांच लोग वहां पहुंचे। इन सभी की उम्र 25 के आसपास थी। इसी बीच एक लड़के ने इशारा कर नाटक रोकने को कहा और नुक्कड़ नाटक कर रही टीम को अपने पास बुलाया। जिस समय अपराधी स्कूल में पहुचे वहां फादर और दो सिस्टर भी मौजूद थे।इसी बीच बाइक से आए युवकों ने टीम में शामिल लड़कियो को घेर लिया और उनसे पूछताछ करने लगे कि कहां से आए हो, क्या कर रहे हो ? वे बोले की पुलिस की मुखबिरी करते हो। पुलिस ने ही तुम लोगों को यहां भेजा है मुखबिरी करने के लिए। इस पर लड़कियो ने कहा कि हमारा काम सिर्फ लोगों को जागरूक करना है। इसके बदले हमें पैसा मिलता है। इतना सुनते ही तीन युवकों ने पिस्टल निकाल ली और धमका कर सभी को गाड़ी में बैठने को कहा। बोले-हम लोग जांच करेंगे कि तुम पुलिस के लोग हो या नहीं, तभी छोड़ेंगे। लड़कियो ने जब विरोध किया तो उन्होंने कहा कि गोली मार देंगे। तुम लोगों को नहीं मालूम कि इस एरिया में बिना पूछे आने की अनुमति नहीं है। इस क्षेत्र में हमारे आदेश के बिना सरकार भी नहीं आ सकती। इस दौरान फादर और दोनों सिस्टर चुप रहे। स्कूल के बाहर एक लाल और एक नीली रंग की बाइक लगी थी ,जिसके बर प्लेट पर पेपर चिपका हुआ था। युवकों ने सभी से को एनजीओ की ही गाड़ी में बैठने को कहा ।तभी एक युवक ने वहां खड़ी दोनों सिस्टर को भी गाड़ी में बैठने के लिए कहा, तभी वहां खड़े फादर ने कहा कि शी इज नन, इन्हें छोड़ दो। जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस पर लड़कियों ने फादर से गुहार लगाई कि उन्हें भी मुक्त करवाया जाए लेकिन इस पर फादर ने कहा कि यह कुछ ही देर में तुम्हें छोड़ देंगे तुम्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है।
सुनसान जंगल मे ले जाकर किया गैंग रेप:
सभी को गाड़ी में बैठाने के बाद बाइक से आया युवक ही गाड़ी खुद चलाने लगा। एक बाइक गाड़ी के आगे और एक पीछे चल रही थी। स्कूल से निकलने के आधा घंटा बाद उन्हें एक सुनसान जंगल में ले जाया गया। जंगल मे पहुंचने के बाद टीम के पुरुष मेंबर को गाड़ी में ही बैठा दिया गया।पांचों युवतियों को हथियारबंद युवको कुछ दूर आगे जंगल में ले गए। इसके बाद मारपीट करने लगे और लड़कियो पर पिस्टल तान दी और धक्का देकर दो युवतियों को जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद उनकी दरिंदगी शुरू हो गई। लड़कियो के रोने का भी उनपर कोई असर नहीं पड़ा। इस दौरान सभी ने उनके साथ गैंग रेप किया। करीब चार घंटे तक उन लोगों ने जानवरों जैसा सलूक किया। इस दौरान उन लोगों ने लड़कियो के ही मोबाइल से ही दुष्कर्म का वीडियो बनाया और फोटो खींची।
पुरुष मेम्बरों के साथ भी की हैवानियत:
लड़कियों के अनुसार दुष्कर्म करने के बाद सभी युवक हमारी टीम के पुरुष सदस्यों के पास गए और उन्होंने उनके साथ भी बहुत हैवानियत कि उन्हें जमकर पीटा उनसे थूक जटवा या यहां तक कि पेशाब कर उन्हें पीने को भी दिया। मारने पीटने के दौरान सभी युवक बार-बार यह बोल रहे थे कि तुम्हें ऐसी सजा दी गई है ,की दोबारा यहां आने की हिम्मत न हो। युवकों ने कहा कि तुम लोगों को सबक सिखाना जरूरी था, ताकि यहां आने से पहले पुलिस भी कांप उठे। दुष्कर्म करने के बाद युवकों ने सभी लड़कियों को गाड़ी में बिठाया और स्कूल के पास लाकर छोड़ दिया जाने से पहले उन्होंने धमकी भी दी कि अगर तुम लोगों ने किसी से भी इस बात का जिक्र किया तुम्हारे बनाए गए वीडियो को वायरल कर देंगे।
फादर ने कहा भूल जाओ घटना को ,बदनामी होगी:
स्कूल पहुंचने पर पीड़ित लड़कियों ने सारी बात फादर और सिस्टर को बताई। इस पर फादर ने कहा कि यह सब यहीं भूल जाओ। बात बाहर जाएगी तो मीडिया में फैल जाएगी। पुलिस को सूचना मिलेगी तो वे भी तुम्हे परेशान करेगी और अपराधियों को पता चलेगा तो तुम लोगों की जान भी जा सकती है।
एनजीओ की एक दीदी को बताई हैवानियत की कहानी:
वापस लौटने पर सभी पीड़ित लड़कियों ने एनजीओ की अपनी एक दीदी को अपराधियों के द्वारा की गई हैवानियत की सारी कहानी बताएं जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।