रिपोर्ट: फलक शमीम
हज़ारीबाग:
हजारीबाग के विनोवा भावे विश्वविद्यालय में हजारीबाग से सांसद सह केंद्रीय उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने छात्र-छात्राओं के सुविधा के लिए अपने सांसद कोटा से एक बस मुहैया कराया था. लेकिन राज्य में फैले भ्रष्टाचार का आलम देखिए…
नई बस की जगह सप्लायर ने पुरानी बस को ही डेंटिंग-पेंटिंग कर भेज दिया। पहले तो कंपनी के लोग इसे मानने को तैयार नहीं हुए कि यह बस पुरानी है. लेकिन बाद में जब कई चीजों को दिखाया गया खासकर जब गियर सिस्टम पर लोगों की नजर पड़ी तो स्पष्ट हो गया कि बस पुराने मॉडल का है और उसे ही रंगाई-पुताई कर भेज दिया गया है. सारी चीजें स्पष्ट होने के बाद बस को वापस सप्लायर के पास भेज दिया गया|