गिरिडीह:
धनवार प्रखंड क्षेत्र के उतरी डोरंडा पंचायत के मुखिया मंजू देवी और उसके पति सुनील मोदी की कथित मनमानी के खिलाफ वार्ड सदस्यों और ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है.
बुधवार से दर्जनाधिक ग्रामीणों के साथ 12 वार्ड सदस्य अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है। उप मुखिया नरेश यादव के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन के पूर्व उपायुक्त गिरिडीह सहित अनुमंडल पदाधिकारी खोरीमहुआ तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी धनवार को लिखित आवेदन देकर 3 दिनों के भीतर कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया गया था. मुखिया पर कार्रवाई नहीं होने पर 20 जून से डोरंडा स्थित पंचायत भवन के सामने सभी लाभुकों सहित वार्ड सदस्य अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए.
आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले वार्ड सदस्यों ने कहा है कि पंचायत के मुखिया मंजू देवी और उसके पति सुनील मोदी के द्वारा सरकार के सभी पंचायत स्तरीय योजना में लूट तथा मनमानी मचाई जा रही है। तेरहवीं वित्त के तहत जहां चापानल लगाने में मुखिया पति द्वारा संपन्न लोगों और जिसके घर में चापाकल पूर्व से मौजूद था उसके घर के सामने रूपए लेकर चापानल लगाने का काम किया है। जबकि कई जरूरतमंदों को जो पैसा देने में असमर्थ थे उसे चापानल की व्यवस्था नहीं की गई है।
वहीं आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में मुखिया ने हद कर दी है। उन्होंने कई लाभुकों से हजारों रुपए लेकर आवास का आवंटन किया है। वहीं रुपए देने में जो असमर्थ हैं उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया है।
वार्ड सदस्यों ने यह भी कहा है कि मुखिया व मुखिया पति के खिलाफ लाभुकों के साथ की गई बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग साक्ष्य के तौर पर उपायुक्त गिरिडीह तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी धनवार को समर्पित किया जा चुका है बावजूद इसके ऊपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह भी कहा है कि मांग किए जाने के बावजूद भी मुखिया द्वारा पिछले कई महीनों से वार्ड सदस्यों की बैठक नहीं बुलाई है।