बोकारो:
बोकारो हवाई अड्डा के पास बना फायर स्टेशन आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजर आ रहा है. कितने अधिकारी आए और गए सभी ने सिर्फ दिया कोरा आश्वासन कि जल्द बहुंरेंगे इसके दिन… लेकिन आज भी इंतजार में भवन खड़ा है औऱ कर्मी भी आस लगाए हैं कि मुक्ति मिलेगी.
वर्षों पुराना यह भवन बीएसएल के जमीन पर स्थित है रख रखाव के अभाव के कारण यह भवन जर्जर हो गया है. काम करने वाले कर्मी टूटे-फूटे आवास में रहने को मजबूर है. कमरे का दरवाजा और खिड़की भी खुला. सबसे खराब स्थिति यह है कि आज भी दमकल कर्मी खुले में शौच करने को मजबूर हैं. सरकार की यह घोषणा खुले में शौच न करे यहां हवा निकलती नजर आ रही है.. कई बार चिठी पत्री भी की गई लेकिन बीएसएल की तरफ से कोई खास तवज्जो नहीं दिया गया. जिसके कारण यह भवन धीरे-धीरे खंडहर का रुप लेता जा रहा है.
अब भी इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता. बोकारो में इस भवन जरुर खंडहर हो रहा है लेकिन चास में सरकार के द्वारा बनाया गया फायर स्टेशन इसे मुंह चिंढ़ा रहा है. टेलीफोन जरुर खराब पड़े हैं लेकिन अब मोबाईल के माध्यम से लोगो की समास्याओ को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है.