देवघर/सारठ:
रविवार को भी जंगली हाथियों का झुंड सारठ-देवघर मुख्य पथ स्थित डकाय जंगल में ही डेरा जमाये हुए हैं। हलांकि वन विभाग के पदाधिकारी व मसलिया से आये 23 सदस्यीय हाथी दस्ता टीम ने शनिवार रात्रि को सारठ के बमनडीहा गांव से निकालने में सफल रही।
रविवार को वनपाल, वनरक्षी व हाथी दस्ता टीम हाथी रोधक वाहन से लोगों को सर्तक करते दिखे। वहीं मुख्य सड़क पर भी कई कर्मी डटे रहे ताकि कोई जंगल में प्रवेश नहीं करें और हाथियों की चपेट में नहीं आये। विभाग द्वारा घ्वनी विस्तारक यंत्र से भी लोगों को सूचना दी जा रही थी ताकि कोई भी जंगल व आसपास नहीं भटके। फोरेस्टर राजेन्द्र राम व रेक्स्यू टीम के केटल गार्ड अमित टुडु के नेतृत्व में सभी सदस्य षाम पांच बजे के बाद हाथी को डकाय जंगल से निकालने में लगे हुए थे।
टीम ने बताया कि हाथियों के झुंड को डकाय जंगल से बनवरियां होते हुए मधुपुर से नारायणपूर ले जाना है। वहीं नारायणपुर से टुंडी जंगल में हाथियों को छोड़ने की योजना है। जान माल की सुरक्षा को लेकर सारवां पुलिस भी जंगल व आस-पास डटे रहे।
गांवों में दहशत:
डकाय जंगल में हाथी के डेरा जमाने से अगल-बगल के दर्जनों गांवों के लोगों में काफी दहशत है। जिसमें बाराटांड़, सिहलियाटांड़, नवाटांड़, बंदाजोरी, कोलडीह, हैठकरैहिया, डकाय, मगडीहा, सहरपुरा, सिरसा समेत अन्य गांवों के लोग रात भर भय के माहौल में रहे।
महिला को कुचलने की अफवाह से लोगों में दहशत:
रविवार सुबह किसी के द्वारा यह अफवाह फैलाया गया कि डकाय जंगल में पत्ता तोड़ने गई एक आदिवासी महिला को हाथी द्वारा कुचल कर मार दिया गया है। हलांकि अफवाह से लोगों में दहशत भी दिखा। लेकिन वन विभाग के अधिकारी व कर्मी ने कई घंटे तक गंभीरता से छानबीन करके खबर को अफवाह करार दिया। कई कर्मियों ने इसको लेकर जंगल में कई घंटे तक छान भी मारा। वन कर्मियों ने ऐसे अफवाह से बचने की बात भी कही।