रांची:
भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद एक तरफ जहां विपक्ष ने इसको लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी जन परिषद में उसके खिलाफ रविवार को अल्बर्ट एक्का चौक पर पुतला दहन का आक्रोश जाहिर किया है.
भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक को मंजूरी दिए जाने की बात सामने आने को लेकर विपक्ष में खासा आक्रोश है, वही आदिवासी संगठन भी इसके खिलाफ सड़कों पर उतर रही है. आदिवासी जन परिषद का मानना है कि केंद्र और राज्य की भाजपा की सरकार कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के मकसद से लगातार काम कर रही है जिसका खामियाजा राज्य के किसानों को भुगतना पड़ेगा। क्योंकि राज़्य में मात्र 20% कृषि योग्य जमीन बची हुई है ऐसे में आदिवासी जंगल की शेरनी मांग की है कि सीधे को वापस किया जाए नहीं तो कड़े रूप से आंदोलन किए जाएंगे।
आदिवासी जन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रेमसाय मुन्ना ने कहा है कि राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार किसानों के विरुद्ध काम कर रही है और भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक किसानों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि जब तक इस विधेयक वापस नहीं लिया जाता है , उनका आंदोलन जारी रहेगा। वहीं विपक्ष ने इस विधेयक के खिलाफ सोमवार को एक बैठक बुलाई है.