गिरिडीह:
स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे कार्य की समीक्षा करने गिरिडीह उपायुक्त मनोज कुमार जमुआ पहुंचे। यहाँ उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ विभागीय अधिकारियो के साथ समीक्षा बैठक की.
उन्होंने बैठक में ही स्पष्ट कर दिया कि जिला में सबसे ख़राब परफॉर्मेंस वाला प्रखंड जमूआ है। जमूआ के कारण ही पुरे प्रदेश में फिसड्डी है गिरिडीह जिला और इसी तरह राज्य का भी परफॉर्मेंस ख़राब हो रहा है। उन्होंने सभी मुखिया, पंचायत सचिव से 15 जुलाई तक अपने-अपने पंचायत को ओडीएफ नहीं करवा सके तो उस पर कार्रवाई से कोई नहीं रोक सकता है।
उपायुक्त ने मौके पर जमूआ बीडीओ को निर्देश देते हुए कहा कि शौचालय निर्माण की समीक्षा प्रत्येक दिन होनी चाहिए। बताया कि अभी जमूआ शौचालय निर्माण में पूरी तरह से पिछड़ा हुआ है। यही हालात रही तो यहां लक्ष्य हासिल करना मुश्किल है। एक सवाल पर उपायुक्त ने कहा कि अभी कोई जांच नहीं होगी अभी आप सभी शौचालय निर्माण को हीं पूरी तरह से फोकस करें।
उपायुक्त ने प्रखंड में सबसे पिछड़े पंचायत लताकी के मुखिया को मौके पर हीं क्लास लगाई। कहा यदि लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते हैं तो उपमुखिया से कार्य करवा लिया जायेगा। कहा जमूआ में अभी बारह हजार नौ सौ छप्पन शौचालय बनाने है। यह लक्ष्य 15 जुलाई तक है हासिल नहीं होने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कहा जहां पूरा जिला 69 प्रतिशत अपना लक्ष्य हासिल कर चुका है वहीं जमूआ अभी भी 50 प्रतिशत पर हीं अटका हुआ है।
इधर बैठक में अधिकांश पंचायतों से मुखिया के बदले उसके पति या पुत्र उपायुक्त के सवालों का जवाब दे रहे थे।