देवघरः
देवघर अनुमंडल कार्यालय कक्ष में देवघर एसडीएम राम निवास यादव की अध्यक्षता में श्रावणी मेला 2018 के दौरान यातायात सहित विधि व्यवस्था संधारण के लिए संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की गयी.
बैठक के बारे में एसडीएम देवघर ने बताया कि आने वाले श्रावणी मेला के दौरान यातायात के लिए क्या-क्या व्यवस्था की जाएगी उसकी समीक्षा के लिए यह बैठक की गयी. बैठक में मुख्यतः चार मुद्दों पर विशेषकर चर्चा हुई.
मुख्यतः दो जगहों पर रहेगा बस पड़ावः
श्रावणी मेला के दौरान मुख्यतः दो जगहों पर बस पड़ाव बनाया जा रहा है. एक बस पड़ाव बाघमारा में होगा जिसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कराया जाएगा. साथ ही दूसरा बायपास बस स्टैंड कोरियासा बायपास सड़क में पुराना कुण्डा थाना मोड़ के पास होगा. वहां पर सरकारी जमीन है जिसमें दूसरा बस पड़ाव रखा जाएगा. जिसमें गोड्डा-दुमका की तरफ से आने वाली बसों को रखा जाएगा. साथ ही दो वैकल्पिक बस स्टैंड को रखा गया है. अगर बाघमारा बस स्टैंड में अधिक प्रेशर बनता है तो कोठिया मोड़ के निकट बस को खड़ा कराया जाएगा, दूसरा जसीडीह बस स्टैंड को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रखा गया है.
बड़े वाहन शहर में नहीं करेंगे प्रवेशः
श्रावणी मेला के दौरान शहर में बड़े वाहनों का प्रवेश नहीं हो इसके लिए बाघमारा बस स्टैंड, चोपामोड़, पुराना कुण्डा थाना मोड़, खिरवातरी एम्स स्थल के निकट और चकाई रोड में खोरीपानन के पास बैरिकेटिंग लगाया जाएगा, ताकि काॅमर्सियल बड़े वाहनों का प्रवेश शहर में नहीं हो सके. श्रावणी मेले के दौरान शहर के सकुर्लर वन वे ट्रैफिक व्यवस्था की जाएगी. अधिकतर वाहनों को वन वे ट्रैफिक के तहत संचालित किया जाएगा. रेगुलर जो प्राइवेट बसें हैं उसके रास्ते का भी निर्धारण कर लिया गया है. श्रावणी मेले के दौरान स्थानीय आॅटो जसीडीह देवघर सड़क पर टू वे चलाया जाएगा.साथ ही अन्य ट्रैफिक व्यवस्था भी उनपर लागू रहेगा.
निर्माणाधीन आरओबी का जायज़ाः
सत्संग चैक के निकट बन रहे आरओबी का निरीक्षण भी देवघर एसडीएम द्वारा किया गया. इस मौके पर देवघर बीडीओ, सीओ, एसडीपीओ,सीसीआरडीएसपी सहित आरओबी निर्माण कार्य के संवेदक भी उपस्थित थे. इस बारे में देवघर एसडीएम ने बताया कि चार महीने पहले भी आरओबी का निरीक्षण किया गया था. अभी उस जगह को यातायात व्यवस्था के लिए व्यवहार में नहीं लाया जा रहा है.
लेकिन श्रावणी मेले के दौरान इमरजेंसी में अगर आवश्यकता पड़ी तो उस रास्ते का इस्तेमाल किया जाएगा. एसडीएम ने बताया कि इसके लिए पुल के मेन पीलर के दोनों तरफ दस दस फीट का एक्सेस रोड बन जाए जिससे कि इमरजेंसी के दौरान वाहन को अगर पार कराना पड़े तो सावधानी पूर्वक छोटी वाहनों को उस रास्ते से पार कराया जा सके.