रांची:
झारखंड में रघुवर सरकार द्वारा लगभग 12,000 सरकारी स्कूल बंद करने के निर्णय को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर प्रहार करना शुरू कर दिया है.
विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि निजी और पूंजीपतियों को स्कूल स्थापित करने के लिए सरकार ने इस तरह के फैसले लिये हैं, वही सूबे के दो पूर्व शिक्षा मंत्री ने इस मसले पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी है.
झारखण्ड के शिक्षा मंत्री रह चुके झाविमो प्रधान महासचिव प्रदीप यादव और पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य की रघुवर सरकार पर जम कर निशाना साधा है. प्रदीप यादव ने कहा की रघुवर सरकार 12 हजार स्कूलों को बंद कराने की तैयारी में है. उन्होंने कहा कि 15.22 लाख से ज्यादा बच्चों का भविष्य बर्बाद करने की तैयारी, मदरसों के बाद प्राइमरी, हाईस्कूल को बंद करने की हो रही है कोशिश, बिना कैबिनेट या विधानसभा में प्रस्ताव लाए स्कूलों को बंद करने की कोशिश विधानसभा में तय नियमों का उल्लंघन है. विधायकों या शिक्षा समिति की सहमति के बिना स्कूल हो रहा बंद ये राज्य सरकार का फैसला बिलकुल गलत है।
वही स्कूलों को बंद करने के खिलाफ11-12 जून को राजभवन के समक्ष प्रदीप यादव और बंधु तिर्की 2 दिन का अनशन करेंगे। वही 1 जून को गोड्डा में अनशन की शुरुआत होगी। साथ ही इसके बाद भी सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो इनका आंदोलन उग्र होगा।