जामताड़ा:
जामताड़ा कॉलेज जामताड़ा के आक्रोशित छात्र–छात्राओं ने कॉलेज और प्राचार्य रूम में ताला जड़ दिया। कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
छात्र–छात्राओं का कहना है कि 24 मई से डीग्री वन का सेमिस्टर टू का फार्म फिलअप किया जाना है, लेकिन अभी तब हम लोगों का एडमिट कार्ड नहीं आया है। जबकी फार्म भरने की अंतिम तीथि 3 जून तक ही है। बिना एडमिट कार्ड का फार्म जमा नहीं हो पायेगा।
इधर, डीग्री सेमिस्टर वन में 1300 छात्र–छात्राओं ने परीक्षा दी थी. जिसमें 800 छात्र–छात्राओं का रिजल्ट प्रकाशित किया गया। बाकी 500 छात्र–छात्राओं का अब तक रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया। इस बात का भी आक्रोश छात्रों में है.
क्या है मामला:
सेमेस्टर वन की परीक्षा में छात्र – छात्राओं द्वारा जब फार्म जमा किया गया था, उस समय छात्र व छात्राओं ने अपना ऑनर्स सहित एैक्षिक विषय फार्म में भरा था। लेकिन जब दुमका युनिवर्सिटी से एडमिट कार्ड आया तो सब कुछ उल्टा – पुल्टा था। छात्रों ने जिस विषय में ओनर्स का फार्म भरा था वो विषय नहीं आकर दुसरा विषय एडमिट कार्ड में आ गया। उसके बाद महाविद्यालय ने छात्र–छात्राओं से कहा की आप लोगों का जो विषय है उस विषय का परीक्षा दे बाद में इस त्रृटी का समाधान किया जायेगा। लेकिन एक सेमिस्टर खत्म हो गया अब तक ना तो एडमिट कार्ड आया और ना ही छात्र–छात्राओं का पेंडिंग रिजल्ट ही आ पाया है।
कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही की खामियाजा भुगत रहे है छात्र :
छात्रों का कहना है की वह कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही की खामियाजा भुगत रहे हैं. अगर इस बार छात्र व छात्रायें सेमेस्टर टू का फार्म जमा नहीं करते है तो उनका एक साल पूरा र्बबाद हो जायेगा।
क्या है मांग:
छात्र व छात्राओं की मांग है कि सबसे पहले पेंडिंग रिजल्ट प्रकाशित किया जाये। साथ ही एडमिट कार्ड उपलब्ध कराया जाये। ताकि सेमेस्टर टू का फार्म जमा कर सकें। अगर मांग पूरी नहीं होती है तो अनिश्चितकाल तक कॉलेज का पठन–पाठन और कार्यालय कार्य बाधित कर देंगे।
क्या कहते है छात्र:
अभाविप के छात्र नेता आकाश कुमार ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा हम लोग क्यों भुगते। अगर हम फार्म नहीं भरते हैं तो हमारा एक साल र्बबाद हो जायेगा। इस बात का ध्यान प्रबंधन को देना चाहिए था।
मामले को लेकर जामताड़ा कॉलेज जामताड़ा के प्राचार्य रेणु वर्मा ने कहा कि छात्र व छात्राओं की समस्या का समाधान किया जा रहा है। इस बात की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दिया गया है।