गिरिडीह :
वाहन जांच के दौरान गिरिडीह पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अरगाघाट में जांच के क्रम में अंतरजिला बाइक चोरों के गिरोह का मुख्य सरगना मुख्तार अंसारी उर्फ लोधा मियां समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ के बाद चारों की निशानदेही पर छह बाइक जामताड़ा के विभिन्न थाना क्षेत्रों से बरामद की गई है। पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है। चारों को मेडिकल कराने के बाद जेल भेज दिया जाएगा। बाद में और पूछताछ करने के लिए अदालत से रिमांड पर लिया जाएगा। यह जानकारी नगर थाना में सदर डीएसपी पीके मिश्रा ने पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि धनबाद में प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों पर वाहन जांच की जा रही है। इसी को देखते हुए अरगाघाट में भी वाहन जांच की जा रही थी। इसी क्रम में बिना नंबर को दो बाइक पर चार लोग सवार होकर बेंगाबाद की तरफ से गिरिडीह आ रहे थे। यहां पुलिस को देखकर दोनों ही वाहन को लेकर भागने लगे। पुलिस ने शक के आधार पर खदेड़कर चारों को पकड़ा। पूछताछ में चारों ने अपना अपराध स्वीकार किया।
तब पता चला कि धरे गए चारों में एक वाहन चोर का मुख्य सरगना जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र स्थित कुरबा निवासी लोधा है। उसके साथ जामताड़ा जिले के ही नारायणपुर थाना क्षेत्र के मुंगियामरनी निवासी एनुल अंसारी एवं बदरूद्दीन अंसारी एवं करमाटांड़ थाना क्षेत्र के फूकबंदी निवासी जुल्फीकार अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। लोधा का पूरा परिवार वाहन चोरी के धंधे में ही लगा है। जिसमें उसका बेटा सद्दाम व दामाद समद भी शामिल है।
लोधा पर धनबाद जिले के विभिन्न थानों में 32 मामले दर्ज हैं, जबकि गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना में ग्यारह कांड का वह आरोपित है। यह टीम जामताड़ा समेत धनबाद, गिरिडीह, देवघर, बोकारो आदि जिले में बाइक की चोरी करती है। बताया कि लोधा की निशानदेही पर जामताड़ा पुलिस की सहयोग से कुरबा, फूकबंदी, मुंगियामरनी, बरबाद आदि गांवों में छापेमारी कर छह चोरी की बाइक भी बरामद की गई। जिसमें सरायढेला धनबाद से चुराई गई स्टीवा स्कूटी, कोलाकुसमा से चुराई गई दो सीडी डाउन, देवघर से चुराई गई दो स्पलेंडर एवं करौं से गायब की गई होंडा बरामद की गई है।
डीएसपी के नेतृत्व में की गई छापेमारी में नगर थाना के प्रभारी विनय राम, महिला थाना के प्रभारी ¨वध्यावासिनी सिन्हा, अहिल्यापुर के थाना प्रभारी फैज अहमद, गांडेय के थाना प्रभारी सुजीत कुमार, एएसआइ राजीव कुमार शामिल थे।