धनबाद:
झारखण्ड सरकार के फैसले का मुखिया संघ विरोध कर रही है. बता दें की सरकार द्वारा गांव के विकास को लेकर हर गांव में ग्राम विकास समिति और आदिवासी विकास समिति का गठन किया गया है. अब गांव के विकास का पैसा सीधे समिति को सरकार देगी। जिसके कारण मुखिया संघ ने रघुवर सरकार के इस फैसले का विरोध किया है. साथ ही आने वाले 25 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंदरी हवाई पट्टी में शिलान्यास कार्यक्रम का भी मुखिया संघ ने बहिष्कार किया है.
निरीक्षण भवन में बैठक कर संघ ने अपने निर्णय पर एकजुटता प्रदर्शित की है। संघ के अध्यक्ष संजय महतो ने कहा कि सूबे की सरकार मुखिया के रहते अलग से दो अलग अलग समिति का गठन कर पंचायती राज अधिनियम के विपरीत जाने का काम कर रही है। उक्त समिति के बाद मुखिया का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा।
मुख्यमंत्री के सचिव द्वारा जारी किया गया वित्तीय पत्र:
मुख्यमंत्री के सचिव द्वारा जारी हुये वित्तीय पत्र के आलोक में स्पष्ट कर दिया गया है कि सरकार मनरेगा, पीएम आवास योजना ,फोर्टिन फाइनेंस समेत और भी कई सारी योजनाएं है वह सब समिति को देने जा रही है।
पीएम के कार्यक्रम के बहिष्कार करना मकसद नहीं:
पीएम के कार्यक्रम के बहिष्कार के पीछे का मकसद इतना ही है कि पीएम को अपनी अनुपस्थिति दिखाकर यह बतलाना है की राज्य में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुखिया गण की नाराजगी पीएम से नहीं वर्तमान रघुवर सरकार के द्वारा उठाये गये कदम से है। यह मुखिया संघ ने कहा.
24 और 25 मई को महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास:
25 मई को राज्य भर के मुखिया महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठेंगे। धनबाद में 24 मई से ही गांधी सेवा सदन में जिले के मुखिया उपवास पर बैठकर अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे।