गिरिडीह:
आखिरकार कई घंटों के मशक्कत के बाद खान हादसे की अफरा-तफरी समाप्त हो पाई। तमाम फंसे मजदूरों को एनडीआरएफ के रेस्क्यू ऑपरेशन में सकुशल निकाल लिया गया।
यहां बता दें कि शनिवार देर शाम राजधनवार के करगाली में अवैध रूप से चलाए जा रहे पत्थर माइंस में जबरदस्त भू-धसान हुआ था। घटना में जोरदार आवाज के साथ कई बड़े-बड़े खनन उपकरण जमींदोज हो गए थे। इस दौरान कई कामगार भी मिट्टी में दब गए थे। संभावना जताई जा रही थी कि घटना में कइयों की मौत हुई है। जबकि कुछ घायल मजदूरों को रेस्क्यू कर तुरंत ही अस्पताल पहुचाया गया था।
घटना के बाद मौके पर पहुंची प्रशासनिक अधिकारियो की टीम ने स्थिति का जायजा लेते हुए रांची के एनडीआरएफ की टीम से संपर्क साधा। जिला प्रशासन के आग्रह पर सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गयी थी।
बताया गया कि करगाली पत्थर खदान में ऊपर से मिट्टी धंसान जबरदस्त रूप से हुआ। माईन्स काफी पुराना रहने के कारण इसकी केयरिंग कैपिसिटी समाप्त हो चुकी है और लगातार माइनिंग होने से इसकी गहराई करीब 600 फीट हो गयी है।
इस बावत एनडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि माइन्स की स्थिति बेहद खस्ताहाल है और यहां स्लाइडिंग का खतरा बना हुआ है। ऐसे में माइंस के मलबे तक जाना मुनासिब नहीं है.
इधर जिला खनन पदाधिकारी बिभूति भूषण ने बताया कि माईन्स को बंद करने के लिए मार्च माह में ही पत्राचार के माध्यम से जानकारी दी गयी थी लेकिन अवैध तरीके से माइनिंग कार्य किया जा रहा था इसलिए लीजधारक के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया.