देवघर:
इस बार 21 जून को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को और भी भव्य तरीके से आयोजित करने और अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ने के लिए अभी से तैयारी शुरु कर दी गई है।
देवघर के स्वामी मंगल तीर्थम को राज्य की जिम्मेवारी:
इंटरनेशनल नेचरोपैथी आर्गेनाईजेशन और भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित होने वाले चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस बार 25 लाख से अधिक लोगों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। खास बात यह है कि इस बार देवघर के स्वामी मंगलतीर्थम को आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए झारखंड राज्य का स्टेट को-ऑर्डिनेटर नियुक्त कर यह जिम्मेवारी सौंपी गई है।
80 के दशक से ही योग के प्रचार-प्रसार में सक्रिय:
71 वर्षीय स्वामी मंगल तीर्थम 80 के दशक से ही योग के प्रचार-प्रसार के लिए दुनिया के कई देशों में सक्रिय योगदान देते रहे हैं। हाल ही में लखनऊ की एक संस्था द्वारा उन्हें योग रत्न अवार्ड दे कर सम्मानित भी किया गया है। झारखंड में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी की जानकारी देते हुए स्वामी मंगलतीर्थम ने कहा कि इसके लिए सभी जिला स्तर पर एक को-ऑर्डिनेटर को 10 योग प्रशिक्षक उपलब्ध कराए गए है जो कम से कम 500 प्रतिभागियों को योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तैयार करेंगे।
योग एक विज्ञान: स्वामी मंगल तीर्थम
स्वामी मंगलतीर्थम ने कहा कि योग एक विज्ञान है और इसे किसी धर्म से जोड़ कर नही देखा जाना चाहिए। यही कारण है कि योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगो ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में युवा पीढ़ी को इससे जोड़ने की जरुरत है। पिछले वर्ष पूरे देश मे तकरीबन 25 लाख लोगों को इस अवसर पर योग के प्रशिक्षण के जरिये जोड़ा गया था. इस बार जिला स्तर पर शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ कर और भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को अंतरराष्ट्रीय योग कार्यक्रम में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।