देवघर/सारठः
तीन करोड़ 26 लाख की लागत से प्रखंड परिसर में बनाये गये माॅडल प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन निर्माण में अनियमितता की बात सामने आ रही है।
कई अभियंताओं का कहना है कि भवन निर्माण के प्राक्कलन के अनुसार इसमें राजस्थान के कोटा का टाईल्स लगाने का प्रावधान है। लेकिन संवेदक द्वारा जामताड़ा से सस्ते दर का लोकल टाईल्स लाकर लगाया गया है। जिसमें सरकारी राशि का बड़ा हेर-फेर की बात बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि कोटा से स्टोन लाने के लिए प्राक्कलन में किराया भी जोड़ के दिया गया है, विभागीय अभिंयता व संवेदक ने फर्जी बिल देकर पैसा बचाने का सुनियोजित तरीके को अपनाया है। अब गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा है।
मालूम हो कि उक्त भवन में लगभग 80 कमरे हैं और सभी पदाधिकारी के लिए बाथरूम व टाॅयलेट अटैच अलग-अलग केबिन की सुविधा है। सरकार द्वारा माॅडल प्रखंड सह अंचल कार्यालय बनाने का उद्देश्य प्रखंड व अंचल के सभी अधिकारी व कर्मचारी एक ही छत के नीचे आम जनता को मिल सके। हालांकि निर्धारित समय से पहले ही बनकर तैयार हुए यह नवनिर्मित भवन के कई दिवारें भी हैंडओवर के साथ फटने लगा है। बीते दो अप्रैल को कृषि मंत्री रणधीर सिंह द्वारा उक्त नवनिर्मित भवन का उदघाटन भी कर दिया गया है। लेकिन मंत्री ने कहा था कि अगर निर्माण कार्य में किसी प्रकार की गुणवत्ता की षिकायत मिलने पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
क्या कहते है सहायक अभियंता:
सहायक अभियंता सूर्यप्रकाश चधरी ने बताया कि संवेदक को 31 मार्च के बाद भुगतान नहीं किया गया है। अभी भी संवेदक का काफी पैसा विभाग के पास है। यदि गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई भी होगी। वहीं कहा कि प्राक्कलन को देखकर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
अभियंता से करायेंगे जांच: बीडीओ
गड़बड़ी की बात सामने आने पर बीडीओ निशा कुमारी सिंह ने कहा कि उन्हें भी अनियमितता की शिकायत मिली है। ऐसे में अभियंता से संपूर्ण जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जायेगी।