धनबाद:
गोविंदपुर में झोलाछाप डॉक्टरो पर विभाग की गिरी गाज.
एसडीएम अनन्य मित्तल के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंडो के स्वास्थ्य केंद्र और प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रो में जहां झोलाछाप डॉक्टर, क्लीनिक व नर्सिंग होम के खिलाफ जांच कर एफआईआर की कार्रवाई शुरू की गई. कतरास में नर्सिंग होम को सील कर संचालक के खिलाफ स्थानीय थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई. वहीं झरिया में दो नर्सिंग होम में छापेमारी की गई।
कई झोलाछाप डॉक्टर पर एफआईआर:
प्रमाण पत्रों की जांच के लिए संचालकों को कागजातों के साथ सिविल सर्जन कार्यालय बुलाया गया. लेकिन अधिकतर नर्सिंग होम संचालकों की ओर से कागजात नहीं सौंपे गए थे.
साईं नर्सिंग होम के संचालक पर किया गया एफआईआर। नर्सिंग होम को सील किए जाने के बाद डॉ मनीष कुमार ने कतरास पुलिस को लिखित शिकायत की गई संचालक नंद किशोर केवट के खिलाफ सेवा सदन को अवैध तरीके से चलाने का आरोप लगाया गया है. डॉ विकास रमन के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. गोविंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ शीला ने डॉ विकास रमन के विरुद्ध गोविंदपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराया। डॉ रमन पर एमबीबीएस डॉक्टर नहीं होतेे हुए भी अपने नर्सिंग होम में सर्जरी डिलिवरी कराने आदि का आरोप है. झरिया के दो नर्सिंग होम की जांच झरिया सह जोड़ापोखर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार के नेतृत्व में फुसबंगला स्थित मुस्कान नर्सिंग होम व लोदना मोड़ स्थित लक्ष्मी नारायण सेवा सदन में छापेमारी की गई. जांच की भनक मिलते ही लक्ष्मी नारायण सेवा सदन से चिकित्सक व कर्मचारी अस्पताल से निकल गए।