धनबाद:
धनबाद में छेड़खानी के आरोप में अधिवक्तता अश्विनी कुमार को जेल भेजने के खिलाफ पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत धनबाद बार एसोसियशन के आह्वान पर धनबाद सिविल कोर्ट के तकरीबन तीन हजार अधिवक्तता खुद को अनिश्चितकाल के लिए न्यायिक कार्य से अलग कर लिया है. बुधवार को सभी अधिवक्ता सड़कों पर उतरे आये. जुलुस की शक्ल में कोर्ट से पैदल मार्च करते हुए रणधीर वर्मा चौक पहुँचे. यहाँ अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की.
धंनबाद बार ऐसोसियेशन की आपात बैठक में 2 मई से अनिश्चितकाल के लिए न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखने का निर्णय समस्त अधिवक्तता कर चुके थे. एसोसियेशन के महासचिव विदेश दा ने कहा कि प्रशासन अधिवक्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. अश्विनी कुमार को गलत आरोप में जेल भेजा गया है. पुलिस प्रशासन पोक्सो एक्ट का गलत इस्तेमाल कर रही है. अधिवक्तता अश्विनी कुमार मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए. हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की जाँच कमिटी बननी चाहिए. एसोसियशन की सहानुभूति बच्ची के साथ है. अधिवक्तता न्याय में कही बाधक नहीं है. न्याय होना चाहिए. प्रशासन का रवैया अधिवक्ताओं के साथ जो है उससे अधिवक्तता खुद को असहज और असुरक्षित महसूस कर रहे है.
एसडीओ और उनके अंगरक्षकों से भी हो चूका है विवाद:
हाल में अधिवक्तता के के तिवारी के साथ एसडीओ और उनके अंगरक्षकों से भी विवाद हो चूका है. एसडीओ के द्वारा अधिवक्तता के साथ धक्का मुक्की का आरोप आरोप है. अधिवक्ताओं का कहना है कि इस तरह के अफसरों को इतनी ताकत कहा से मिलती है. आधी रात को अधिवक्तता के घर पुलिस जाती है और गैस कटर से घर का दरवाजा काटकर उन्हें गिरफ्तार करने का काम किया जाता है.
गलत तरीके से की गई गिरफ़्तारी:
बार ऐसोसिएशन के अधिवक्ता ने कहा कि धंनबाद में ऐसा पहली बार हुआ है जब आधी रात को पुलिस घर में घुस कर गैस कटर से ताला काटकर किसी को गिरफ्तार करती है. एक अधिवक्तता के साथ इस तरह का जुल्म बर्दाश नहीं की जायेगी. दोषी पुलिस कर्मियों का तबादला होना चाहिए. जबतक गृह सचिव स्तर के अधिकारी वार्ता नहीं करते है अधिवक्तता खुद को न्यायिक कार्य से अलग रखेंगे. उक्त दोनों ही मामले में हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जाँच होनी चाहिए.
विदित हो की कुछ दिन पूर्व पुराना बाजार टेम्पल रोड स्थित निवासी अधिवक्तता अश्विनी कुमार को नाबालिग के साथ छेड़खानी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसे पोक्सो एक्ट के तहत जेल भेजा गया.