देवघरः
अन्तर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर देवघर बीएड काॅलेज मैदान में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह का विधिवत उदघाटन झारखंड सरकार के श्रम मंत्री राज पलिवार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.
श्रम मंत्री ने किया सम्मानितः
श्रमिक सम्मान समारोह के अवसर पर श्रमिकों को सम्मानित व परिसम्पति का वितरण किया गया. श्रम मंत्री के हाथों टोकन के रूप में सेफ्टी किट योजना के लाभुक, श्रमिक औजार किट योजना के लाभुक, साईकिल योजना के लाभुक, प्रसुति सहायता योजना के लाभुक, अंत्येष्टि सहायता योजना के लाभुक, पेंशन योजना के लाभुक,पारिवारिक पेंशन योजना के लाभुक, झारखंड निर्माण कर्मकार मृत्यु सहायता योजना के लाभुक सहित मेधावी पुत्र-पुत्री छात्रवृति योजना के कुछ लाभुकों को सम्मान एवं चेक प्रदान किया गया.
हजारों लाभुकों को मिला लाभः
देवघर जिले के कुल 4139 लाभुकों को इस मौके पर सम्मानित और योजनाओं का लाभ दिया गया. सेफ्टी किट योजना के तहत 2032 लाभुक, श्रमिक औजार किट योजना के तहत 1026 लाभुक, साईकिल योजना के तहत 458 लाभुक, प्रसुति सहायता योजना के तहत 40 लाभुक, अंत्येष्टि सहायता योजना के तहत 3 लाभुक, पेंशन योजना के 10 लाभुक, पारिवारिक पेंशन योजना के 2 लाभुक, झारखंड निर्माण कर्मकार मृत्यु सहायता योजना के तहत 5 लाभुक सहित मेधावी पुत्र-पुत्री छात्रवृति योजना के तहत 563 लाभुकों को सम्मान के साथ-साथ चेक वितरण किया गया. श्रमिक सम्मान दिवस के अवसर पर पूरे संतालपरगना के सभी छह जिलों में कुल 42,985 लाभुकों को 3 करोड़ 40 लाख 74 हजार 481 रूपये का सामान या चेक योजना के तहत वितरित किया गया.
श्रमिकों के घर खुशहाली लाने का हुआ है कामः श्रम मंत्री
समारोह के दौरान अपने संबोधन में सूबे के श्रम मंत्री राज पलिवार ने अपने संबोधन में कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय श्रम दिवस है और दुनिया में इस दिन श्रमिकों को सम्मान दिया जाता है. उसी परंपरा को निभाते हुए राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मान समारोह का आयोजन इस बार बाबा बैद्यनाथ की धरती पर किया गया. राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मान समारोह पूरे राज्य के दो जगहों देवघर और बोकारो में हुआ बाकि सभी जिला मुख्यालय में भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिस प्रकार इज आॅन डुईंग बिजनेस मामले में झारखंड के लेबर मंत्रालय ने प्रथम स्थान हासिल किया है. यह सवा तीन करोड़ जनता के लिए हर्ष का विषय है. कई नयी योजनाओं का शुभारंभ श्रम मंत्रालय द्वारा किया गया है. मंत्री ने कहा कि सिलोकोसिस जैसी बीमारी जिसको पहचानने वाला कोई नहीं था यदि कोई श्रमिक इस बीमारी से चिन्हित हो जाता है तो उसे एक लाख रूपये और मुत्यु उपरांत चार लाख रूपये का योजना चलाया गया है. इस प्रकार की योजना इस मंत्रालय के माध्यम से मजदूरों के घर में कैसे मुस्कान आए उसके आंगन में कैसे खुशियाली आए इसके लिए एक नहीं अनेक योजनाऐं हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक की सारी योजनाऐं की व्यवस्था रघुवर दास के नेतृत्व में चलने वाली इस सरकार ने किया है. ताकि सरकार का जो संकल्प है मजूदरों के चहरे पर मुस्कान लाने का वह संकल्प पूरा हो सके.