जमशेदपुर:
आसाराम बापू को न्यायालय ने दोषी करार दिया है। दोषी करार दिए जाने के बाद जमशेदपुर के डीमना लेक स्थित आसाराम बापू के आश्रम में सन्नाटा पसरा हुया है और अनुयायियों में मायूसी छायी हुई है.
आसाराम के अनुयायियों को उम्मीद थी कि आसाराम बापू को बेल मिल जायेगी। लेकिन उल्टा हुआ और वह दोषी करार दिए गए. जमशेदपुर में हज़ारों आसाराम बापू के अनुयायी है. सभी आश्रम के कैंपस में अपने आप को कैद कर लिए हैं. मीडिया से भी बातचीत नहीं कर रहे है और कैंपस के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
वही, पूरे शहर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है।
आसाराम पर नाबालिग से रेप का था आरोप:
आसाराम को नाबालिग से रेप के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. जोधपुर सेंट्रल जेल में बनी एससी/एसटी विशेष अदालत ने नाबालिग से बलात्कार के मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई. वहीं, अन्य दोषी शिल्पी और शरदचंद्र को 20-20 साल की सजा सुनाई गई. जोधपुर सेंट्रल जेल की विशेष कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने अपना अहम फैसला सुनाया. आसाराम को आईपीसी की धारा 376 और पोस्को के तहत दोषी ठहराया गया है.
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप था, जिसमे वो दोषी साबित हुए. यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था. आसाराम से इन आरोपों से इंकार किया था.