जामताड़ा:
जामताड़ा में लगातार हाथियों का कहर जारी है. हाथियों के उत्पात से जहाँ लोग परेशान हैं. वहीँ अधिकारीयों की लापरवाही के कारण वन विभाग से समय पर लोगों को मुआवजा भी नहीं मिल रहा है.
एक ऐसा ही मामला नारायणपुर के बरियारपुर का है. बीते 26 फरवरी 2018 को हाथियों के झुंड ने बरियारपुर गांव के दिलचंद मंडल का घर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था. जिला प्रशासन के द्वारा आश्वासन दिया गया कि इन्हें अविलंब घर बनाने के लिए राशि दी जाएगी लेकिन लगभग 2 माह बीत जाने के बाद भी अब तक पीड़िता को मकान या किसी प्रकार का लाभ नहीं मिला है. जिसके कारण पीड़िता बांस और तीरपाल की बनाई झोपड़ी में रहने को मजबूर है.
इस झोपड़ी में वह अपनी पत्नी मीनू देवी और चार छोटे-छोटे बच्चों को लेकर रह रहा हैं. हालांकि पीड़ित के परिजन अपने स्तर से नया घर बनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन आर्थिक कमी के कारण घर अब तक अधूरा है. जब इस मामले में जामताड़ा के डीएफओ राजकुमार साह इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पीड़ितों को विभाग के द्वारा लाभ दे दिया गया है, जो लंबित है उसे भी दे दिया जायेगा।