बोकारो:
आखिर कैसे मिलेगा न्याय बैंक के ग्राहकों को. पीड़ित ग्राहक अब कहने को हैं मजबूर कि पुलिस थपथपा रही है अपनी पीठ. न तो उन्हें बरामद जेवरात दिखाया जा रहा है और न ही बरामदगी की जानकारी ही दी जा रही है. सिर्फ मीडिया से ही जानकारी पाकर संतोष करना पड़ रहा है. ग्राहकों का कहना है कि जितने की चोरी हुई है और जो बरामदगी हो रही है उंट के मुंह में जीरा के सामान है.
महिला रुपाली मोहंती, जिसका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर से तीन पुश्तों से रखा जेवरात चोरी हो गया था. अब जो जेवरात पुलिस ने बरामद किए हैं उसमें से एक जेवरात की पहचान मीडिया द्वारा चले न्यूज देखकर की है और इसके लिए अपने पुराने दुल्हन के फोटो को आधार बनाया है. ऐसे कई बैंक के पीड़ित महिला ग्राहक है जो अपनी पुरानी दुल्हन की फोटो के जरिए पुलिस से फरियाद लगा रही है. लेकिन फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है. ऐसे मे पीड़ित परिवार न्याय को लेकर लगा रहा है बैंक व पुलिस कार्यालय के चक्कर.
बताते चलें दिसंबर 2017 में एसबीआई एडीएम बिल्डिंग ब्रांच में हसन चिकना गिरोह के सदस्यों ने 72 लॉकर काटकर करोड़ों के गहने समेत अन्य सामान को चोरी कर चलते बने थे. अब पीड़ित पक्ष पुलिस से अनुरोध कर रहा है कि जो बरामदी हो रही है उसे पीड़ित पक्ष को बुलाकर दिखाया जाए ऐसे में कुछ परिवार को तो राहत मिलेगी.
एसपी कार्तिक एस की माने तो अब तक मुख्य सरगना हसन चिकना की बीबी, साले समेत 13 लोगों की गिरफ्तारी कर ली गयी है और अब तक तीन किलो सोना, छह किलो चांदी, एक लाख 67,000 रुपए नगद बरामद कर लिया गया है. साथ ही 72 लॉकर धारकों में 62 की सूची पुलिस को मिल चुकी है. हसन चिकना गिरोह ने 14 किलो सोना अपनी गुर्गों की मदद से बैंक के लॉकर से चुराया था. अब मुख्य अभियुक्त हसन चिकना समेत एक अन्य की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर बचे जेवरात को बरामद कर लिया जाएगा ताकि ग्राहकों को लौटाया जा सके.