देवघर:
कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों द्वारा संसद में किए गए हंगामे के कारण बर्बाद हुए संसद सत्र एवं जनता के पैसे की बर्बादी के विरोध में पूरे देश में भाजपा सांसद एक दिवसीय अनशन पर रहे. इसी कड़ी में गोड्डा लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे भी देवघर में समाहरणालय गेट के समक्ष अनशन पर बैठे.
कांग्रेस नहीं करना चाहती बहस :
समाहरणालय गेट के समक्ष गोड्डा लोकसभा सांसद एक दिवसीय अनशन पर बैठे. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि प्रजातंत्र बहुमत का शासन है. जनतंत्र में बातें की जाती है, चर्चा किया जाता है. लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधानपरिषद के सदस्यों को जनता की आवाज़ उठाने का पूरा अधिकार है. अंत में बहुमत या सर्वसम्मति से लिए गये निर्णय के आधार पर जनता के लिए कानून बनता है. लेकिन हंगामे और वाकआउट से संसद का समय और जनता का पैसा दोनों बर्बाद होता है. सांसद ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि जिस पार्टी की सरकार है, जिसके खुद के 282 सांसद है, NDA का एक बड़ा कुंभा है. संसद में उसकी आवाज़ दबा दी गयी वो भी छोटे मुद्दे पर. किसी भी मुद्दे बीजेपी हमेशा बहस करने को तैयार रहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की नीतियों के कारण पार्लियामेंट में कोई काम ही नहीं हुआ. कई सारे ऐसे बिल थे जो पार्लियामेंट से पास ही नहीं हो पाए.
जनता तक सन्देश पहुँचाने की कोशिश:
सांसद ने कहा कि भारत के इतिहास में यह भी एक बहुत बड़ी बात होगी कि एक साथ सभी जगहों पर इतनी बड़ी संख्या में सांसद अनशन पर हैं. इससे जनता में निश्चित तौर एक संदेश जाएगा और जनता बीजेपी के साथ खड़ी होगी. जनता को अनशन के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्टी के कारण काम नहीं किया जा रहा है. जबतक जनता विपक्षी को जीरो पर आउट नहीं करते हैं जबतक कांग्रेस मुक्त भारत नहीं होगा. उसी के लिए एक दिवसीय अनशन किया गया. भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के सारे सांसद अपने-अपने जगहों पर यहाँ तक कि प्रधानमंत्री खुद भी जहां पर हैं काम भी निपटा रहे हैं और अनशन पर भी हैं. सभी लोग एक दिन एक साथ अनशन कर रहे हैं.
गोड्डा में अनशन का समापन:
देशव्यापी कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय अनशन का समापन सांसद द्वारा गोड्डा में किया गया. सबसे पहले सांसद देवघर समाहरणालय के समक्ष अनशन पर बैठे, यहां से दुमका, उसके बाद गोड्डा में अनशन पर बैठे.
गोड्डा में अनशन का समापन हुआ. गोड्डा लोकसभा के सांसद ने बताया कि अनशन समापन के बाद गोड्डा के एक गांव बनौथा में रात्रि विश्राम करेंगे.
माह में एक बार किसी गाँव में रात्रि विश्राम की ज़रूरी:
मधुपुर के सलैया में बुधवार की रात सांसद निशिकांत दुबे ने रात्रि विश्राम किया. सांसद ने कहा कि सलैया में उत्सव का माहौल था. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह पाया कि ग्रामीणों तक योजनायें पहुँच रही हैं. लोग योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते महीने में एक बार किसी न किसी गांव में ज़रूर रात्रि विश्राम करना चाहिए. उससे धरातल में क्या स्थिति है उसकी जानकारी मिलती है जो नीतियों को बनाने में कामगार साबित होती है.