देवघर:
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर देवघर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा सदर अस्पताल, देवघर में 'रोटा वायरस' वैक्सिन से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सिर्फ देवघर में हीं नहीं बल्कि पूरे विश्व में आज विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा सके और अपने जीवन में अच्छे स्वास्थ्य का महत्व हम सब समझ सके. उपायुक्त ने कहा कि पाँच वर्ष तक के उम्र के लगभग 40 प्रतिशत बच्चों में डायरिया/अतिसार की समस्या देखने को मिलती है, जिसके प्रमुख कारणों में से एक रोटा वायरस भी है. इसके रोकथाम के लिए आवश्यक है कि बच्चों को रोटा वायरस का टीका दिया जाय, ताकि इससे उनका बचाव किया जा सके. उपायुक्त ने कहा कि पहले विभिन्न रोगों के लिए अलग-अलग वैक्सिन दी जाती थी, परन्तु बच्चों की सहुलियत को देखते हुए अब हिपेटाइटिस-बी, डीपथिरीया, पोलियो आदि के रूप में टीकों की संख्या में कमी की गई है.
प्रत्येक बच्चों को दिया जायेगा रोटा वायरस का वैक्सिन:
उपायुक्त राहुल सिन्हा ने कहा कि पिछले दिनों जिस प्रकार पल्स पोलियो अभियान के सफल संचालन में स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरे कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य किया है, उसी प्रकार वे बच्चों को 'रोटा वायरस' का टीका देने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. इस प्रकार के वैक्सिन की जरूरत बहुत ज्यादा है और हमारी कोशिश रहेगी कि जिला के प्रत्येक बच्चों को रोटा वायरस का वैक्सिन दिया जाय.
शौच के लिए शौचालय का ही करें इस्तेमाल:
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे समाज का समग्र विकास तब तक संभव नहीं है, जब तक कि लोग स्वस्थ नहीं होंगे. उसी प्रकार एक स्वच्छ समाज से ही स्वस्थ्य समाज का निर्माण किया जा सकता है. जिसके लिए आवश्यक है कि लोग अपने आस-पास के साफ-सफाई पर विशेष बल दें और शौच के लिए हमेशा शौचालयों का ही प्रयोग करें. साथ ही दूसरों को भी शौचालय का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करें. हमारा देवघर जिला ओडीएफ मुक्त होने के कगार पर है. ऐसे में हम सब के सामुहिक प्रयास से ही एक स्वच्छ एवं स्वस्थ्य समाज का निर्माण कर सकते हैं.
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें सिविल सर्जन:
मौके पर मौजूद सिविल सर्जन को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा अस्पताल परिसर की साफ-सफाई एवं ड्रेनेज सिस्टम पर विशेष ध्यान देने की बात कही. कहा कि अस्पताल परिसर में खाली पड़े स्थान का सौंदर्यीकरण किया जाय. ताकि ईलाज के लिए यहाँ आने वाले लोगों को एक अच्छा, स्वच्छ व हरा-भरा माहौल मुहैया कराया जा सके. ईलाज के लिए यहाँ आने वाले लोगों को जब एक अच्छा, हरा-भरा व स्वच्छ माहौल मिलेगा तो उनमें एक नई ऊर्जा व स्फूर्ति का संचार होगा. जिससे उनकी आधी बीमारी स्वतः ही समाप्त हो जायेगी.
इस मौके पर सिविल सर्जन कृष्ण कुमार, विभिन्न चिकित्सकगण, स्वास्थ्यकर्मी आदि उपस्थित थे.