धनबाद :
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने को लेकर अबतक एसीबी अधिकारियों पर शिकंजा कसती रही है, लेकिन अब एसीबी ने जनप्रतिनिधियों को भी अपनी कार्रवाई में शामिल कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मुहिम की शुरुआत की है.
एसीबी की टीम ने गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के जरमुने पूर्वी पंचायत के मुखिया व उसके पति को 21000 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पीसीसी पथ निर्माण में बिल भुगतान के एवज में संवेदक से रिश्वत के तौर पर 21000 रुपए की मांग की जा रही थी.
बताया जा रहा है कि संवेदक राम कुमार बिन्द को 14वें वित्त आयोग से कृष्णा नगर ट्रांसफार्मर के पास से अनुमंडल पदाधिकारी के आवास तक पीसीसी पथ का निर्माण कार्य आवंटित हुआ था. जिसकी प्राक्कलित राशि 2 लाख 48 हजार रुपए थी. दूसरे पार्ट की प्राक्कलित राशि दो लाख 38 लाख रुपए थी. ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य पूरा किया जा चूका था. प्रथम योजना का अंतिम भुगतान राशि में 56 हजार 96 रुपए और दूसरे योजना का अंतिम भुगतान राशि का चेक में 61 हजार 733 रुपए का भुगतान इन्हे पंचायत सचिव के हस्ताक्षर से दे दी गयी. इस चेक पर अभी मुखिया का हस्ताक्षर अभी बाकी था. उक्त चेक पर हस्ताक्षर करने के एवज में मुखिया सुनीता देवी द्वारा 21,000 रुपए की घूस की मांग की जा रही थी. ठेकेदार द्वारा एसीबी में मामले की शिकायत करने के बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और मुखिया सुनीता देवी और उसके पति मिश्रीलाल पासवान को 21,000 रुपए घुस लेते रंगे हाथ धर दबोचा.