दुमका:
दुमका देश का पहला जिला बन गया है जहाँ फुटवीयर पंचायत की घोषणा की गई है.
दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड की मुड़ायाम पंचायत को फुटवीयर पंचायत घोषित करते हुए 1000 महिलाओं को जूता-चप्पल बनाने की ट्रेनिंग देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है. बाली फुटवेयर नाम से दुमका के शिकारीपाड़ा के बलीजोर गांव में महिलाओं को फुटवीयर बनाने की ट्रेनिंग दी गई.
दुमका जिला प्रशासन ने स्माइलिंग सारा नाम से अभियान चलाकर शराब और हंड़िया बेचने वाली महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया है. इसी के तहत दुमका के इनडोर स्टेडियम में जिला प्रशासन की ओर से फुटवेयर पंचायत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया.
आने वाले दिनों में बाली फुटवीयर ब्रांड पूरे देश में अपनी पहचान स्थापित करेगा. शिकारीपाड़ा प्रखंड की मुड़ायाम पंचायत देश की पहली ऐसी पंचायत बनने जा रही है जो फुटवीयर पंचायत के नाम से जानी जाएगी. जहां निर्मित जूता और चप्पल देश के विभिन्न राज्यों में जायँगे. वहीं फुटवीयर पंचायत की घोषणा के बाद पंचायत की महिला खुश है और इसके माध्यम से आजीविका से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही है.
मुड़ायाम पंचायत की अधिकतर महिलाएं हड़िया बेचने का काम करती थी लेकिन अब यहाँ की पंचायत की महिलाओं में बदलाव आया है, अब महिलाये जूता चप्पल बना रोजगार कर आगे बढ़ेगी.