धनबाद :
कहते हैं जल ही जीवन है, पर जीवन देने वाला जल जब ज़हर बन जाये तो जीवन कैसे सम्भव है?
धनबाद में जल की समस्या इस गर्मी में विकराल रूप धारण करने वाली है, कई गांवों में अभी से ही जल समस्या पैर पसारते नजर आ रही है. लोग अभी से ही पानी के लिए दर-दर भटक रहे है और मजबूरन गंदे पानी पीने को मजबूर हैं.
तालाब का पानी पीने को मजबूर पाँच हजार की आबादी :
धनबाद के महुदा क्षेत्र के लोहपिट्टी पंचायत का कादवा बाँध तालाब जो लगभग पाँच हजार की आबादी के लिए पानी का एकमात्र सहारा है. इस तालाब के पानी को लोग अपने दिनचर्या में उपयोग करते हैं. यहाँ तक कि पीने और खाना बनाने में भी. पूरे साल इसी पानी से गुजारा करना पड़ता है. पर गर्मी की आहट के साथ ही तालाब का जलस्तर घटने लगा है, जो पानी के दूषित होने का कारण भी बन रहा है. पानी मे कई प्रकार में कीड़े भी हो चुके हैं जो इंसान के लिए जानलेवा हो सकते हैं.
जनप्रतिनिधियों का उदासीन रवैया :
लोहपिट्टी पंचायत में इन ग्रामीणों का एक मात्र जलस्रोत अब खतरे में है. जिसकी सुधी लेने वाला कोई तंत्र अबतक सामने नहीं आया है. ग्रामीणों द्वारा इस समस्या की सूचना समय-समय पर सम्बन्धित विभागों को दी जाती रही है. इस विभागीय और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैये से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश तो है ही साथ ही इनका जीवन भी खतरे में पड़ता दिख रहा है.
अब जरूरत है सरकारी बाबुओं को अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागने की और ग्रामीणों के जीवन को सुरक्षित करने की. पर यह होगा कब कहना मुश्किल है.