देवघरः
एक तरफ जहां पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ लगाने की बात कही जा रही है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है. दूसरी ओर लकड़ी माफियाओं द्वारा बनी बनाई रणनीति के तहत हरे पेड़ को काटकर बेचा जा रहा है.
पहले लगाई जाती है आग:
जसीडीह थाना क्षेत्र के चटर्जी बगान में कीमती पेड़ों को साजिश के तहत काटकर गिराये जाने का मामला प्रकाश में आया है. लकड़ी माफिया पहले तो कीमती पेड़ों के जड़ में आग लगा देते हैं और फिर आग से जलकर पेड़ खुद ब खुद गिर जाता है. कुछ दिनों के बाद लकड़ी माफिया लाखों में बेशकीमती लकड़ी को बेच लेते हैं. चटर्जी बगान में इस प्रकार कई मामले देखने को मिले हैं, लेकिन वन विभाग द्वारा कोई कार्रवाही लकड़ी माफियाओं के खिलाफ नहीं की गयी है. जिससे लकड़ी माफियाओं का यह धंधा धड़ल्ले से फल-फूल रहा है.
अगर वन विभाग द्वारा अब भी इस पर रोक नहीं लगाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब चटर्जी बगान में एक भी पेड़ देखने को नहीं मिलेंगे.
वहीं गांव के ही रहने वाले बीजेपी जिला कार्यकारिणी समिति के सदस्य सुशील कुमार राम ने बताया कि कई बार प्रशासन को इस बात की सूचना दी गयी है लेकिन ढाक के तीन पात कोई कार्रवाही लकड़ी माफिया के खिलाफ नहीं हो सकी.