धनबाद:
धनबाद के बलियापुर के सिकंदर कुरैशी ने विषपान कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली. बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के विवाद में सिकंदर ने यह कदम उठाया है. मामला बलियापुर थाना क्षेत्र के लालाडीह का है. पत्नी ने मायके में रहते हुए पति पर मेंटेनेंस का केस कोर्ट में की हुई थी. पति ने कोर्ट से पत्नी की विदाई की फ़रियाद लगाई थी, कोर्ट के आदेश अनुसार विदाई कराने का डेट था, लेकिन उसके पहले ही पति ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
क्या है पूरा मामला:
9 अप्रैल 2013 को लालाडीह के रहने वाले सिकंदर कुरैशी के साथ नाजनी परवीन का निकाह हुआ था. नाजनी ने बताया कि निकाह के कुछ महीने बाद ही पति सिकंदर और ससुराल के अन्य सदस्यों द्वारा दहेज़ के लिए मारपीट की जाने लगी. ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर वह अपने मायके चली गई और फैमली कोर्ट में मेंटनेंस का केस अपने पति के खिलाफ किया. पति मेंटनेंस देने पर राजी न होते हुए पत्नी को अपने घर ले जाने के लिए कोर्ट में अपनी रजामंदी जताई. फैमली कोर्ट ने पति की इस रजामंदी पर पत्नी को अपने घर ले जाने के लिए तारीख मुक़र्रर की थी, लेकिन एक दिन पहले ही पति ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की और पीएमसीएच में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
परिजन नहीं चाहते थे नाज़नी को घर लाना:
कोर्ट के आदेश के मुताबिक सिकंदर को 15 मार्च को अपने घर लाना था, लेकिन सिकंदर के घर वाले इससे रजामंद नहीं थे. परिजन नहीं चाहते थे कि नाजनी दोबारा उसके घर में पैर रखे. इस बात को लेकर सिकंदर और उसके परिजनों के बीच कीच-किच होनी शुरू हो गई और सिकंदर ने यह कदम उठा लिया.
पत्नी अब मांग रही बेटी का हक़:
पत्नी नाजनी अब थाना पहुंची है और पति की मौत के बाद अपनी बेटी का हक़ दिलाने के लिए थाना में गुहार लगा रही है. नाजनी का कहना है कि जाने वाले तो चले गए, मैं अपनी बेटी का अब परवरिश कैसे करुँगी.