रिपोर्टः एजाज़ अहमद
देवघर/मधुपुरः
देवघर जिले के मधुपुर अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में पदस्थापित एसडीजेएम आलोक कुमार के साथ पटना-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में सवार आॅन ड्यूटि टीटीई द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने का मामला सामने आया है.
क्या है पूरा मामलाः
बताया जाता है कि पटना से मधुपुर के लिए एसडीजेएम आलोक कुमार ने अपना आरक्षण जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में करवाया था. टिकट लेकर वह ट्रेन में चढ़ गये. बख्तियापुर ट्रेन पहुंचने पर कोच में सवार टीटीई राजकिशोर प्रसाद टिकट चेकिंग करने लगे. इस दौरान टीटीई ने एसडीजेएम से टिकट की मांग की. उन्होंने टिकट की छाया प्रति और मोबाइल पर पीएनआर कंर्फमेशन दिखाया. लेकिन टीटीई ने उनके टिकट को जांच बगैर फर्जी करार करार दिया. कहा गया कि यह टिकट फर्जी है. इस बीच एसडीजेएम आलोक कुमार ने उनसे टिकट की जांच करने की भी बात कही. लेकिन टीटीई फाइन करने पर उतारू थे. टीटीई ने कहा कि फाइन नहीं देने पर जेल भेज दिया जायेगा. इसके बाद एसडीजेएम ने अपना परिचय पत्र भी टीटीई को दिखाया लेकिन टीटीई ने एक न मानी और उनके साथ दुर्व्यवहार करते रहें.
एसडीजेएम की शिकायत पर हुई कार्रवाईः
इस संबंध में एसडीजेएम आलोक कुमार ने बताया कि टीटीई द्वारा जेल में डालने की धमकी दी गयी. इतना ही नहीं ट्रेन में टीटीई के साथ सेटिंग से चलने वाले असमाजिक तत्व के लोग भी टीटीई के पक्ष में आकर मुझे डराने लगा. इस बीच चुप रहना ही उन्होंने मुनासिब समझा. जब ट्रेन जसीडीह पहुंची तो इसकी सूचना जसीडिह व मधुपुर जीआरपी के अलावा आरपीएफ मधुपुर को दिया. दुर्व्यवहार मामले की खबर जैसे ही रेल प्रशासन को मिली आनन-फानन में टीटीई को मधुपुर स्टेशन में आरपीएफ व जीआरपी ने उतारकर पूछताछ प्रारंभ कर दी.