रिपोर्ट: बिपिन कुमार
धनबाद:
झारखण्ड में माडा की आर्थिक स्थिति का दंश झेल रहे माडाकर्मियों ने अपनी मांगो को लेकर माडा के टीएम उमेश्वर नाथ तिवारी से मुलाकात की. माडा कर्मियों को पिछले 36 महीने से वेतन नहीं मिला है. जिस कारन कई कर्मी इलाज के अभाव मे दम तोड़ चुके है तो कइयों ने मौत को गले लगा लिया है.
नो पेय, नो वर्क :
12 सूत्री मांगों को लेकर माडा कर्मियों ने टीएम से वार्ता की. जिसमें बकाया वेतन भुगतान, एसीपी, छठा वेतन सहित कई मांगे शामिल थी. वहीं कर्मियों का कहना है कि पिछले तीन सालों से कर्मियों को वेतन नहीं मिला है जिसके कारन आर्थिक तंगी से कई कर्मियों की मौत बीमारी के इलाज के अभाव में हो चुकी है.तो कईओं ने तंग आकर खुद को काल के गाल में समा दिया है. कर्मचारियों ने कहा कि कई बार प्रबंधन और धनबाद उपायुक्त के साथ बैठक भी हुई थी, लेकिन उन्हें वार्ता के बाद केवल आश्वासन की घुट्टी ही पीला दी जाती है. कई सालों से उनकी मांगो की तरफ सरकार ने ध्यान नहीं दिया है. अगर 13 तारीख से नो पेय वाला सिस्टम रहेगा तो कर्मी तेरह तारीख से नो वर्क पर रहेंगे और आगे उग्र आंदोलन भी करेंगे.
मांगों पर विचार:
वहीं वार्ता के बाद माडा के टीएम ने बताया की कर्मियों की मांग पत्र पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. मांगों को एमडी के सामने रखा जायेगा और जल्द ही कर्मचारियों की मांगे पूरी की जाएगी.