रिपोर्ट: राकेश कुमार
दुमका:
दुमका के गाँधी मैदान में घटवार/घटवाल आदिवासी महासभा का स्वाभिमान महारैली एवं जनसभा का आयोजन किया गया. झारखण्ड के विभिन्न जिला से आये हजारों की संख्या में पहुंचे घटवार/घटवाल जनजाति के लोगों ने सरकार से आदिवासी दर्जा पुनः देने की मांग दोहराई.
घटवाल /घटवार जनजाति समाज के सयोजक सह पूर्व मंत्री हरिनारायण राय ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि 952 तक घटवार/घटवाल जनजाति को आदिवासी की दर्जा थी, लेकिन उसके बाद केंद्र सरकार द्वारा घटवार/घटवाल जनजाति को आदिवासी की दर्जा से वंचित कर दिया गया था. इसको लेकर घटवार/घटवाल जाती के लोग रेल रोको आंदोलन से लेकर सड़क जाम तक किये है लेकिन सरकार की ओर से अब तक आदिवासी की दर्जा पुनः इन जातियों को नहीं दी गई है. दुमका के गाँधी मैदान में जुटे हजारों की भीड़ ने जनसभा के माध्यम से सरकार से यह आह्वान किया कि अगर सरकार हमें पुनः आदिवासी की दर्जा नहीं देगी तो आने वाले 2019 के चुनाव में झारखण्ड की 35 लाख की आवादी वाला घटवाल/घटवार जाती के लोग बीजेपी को वोट नहीं करेगी.
झारखण्ड के पूर्व मंत्री और घटवाल /घटवाल जाती के संयोजक हरिनारायण राय ने कहा कि घटवाल/घटवार जाती के लोग अपनी लड़ाई लड़ते-लड़ते यहाँ तक पहुंची है. सभी पार्टी के लोग हमलोगों का वोट लेने का काम किया लेकिन हमलोगों को आदिवासी का दर्जा नहीं दिला सका. केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है और हमलोगों की जाती हमेशा बीजेपी को वोट देने का काम किया है अगर इस बार हमलोगों को आदिवासी का दर्जा नहीं दिया जायेगा तो हमलोग बीजेपी के खिलाफ मोर्चा उतारेंगे.
फ़रवरी महीने में झारखण्ड की सरकार घटवाल /घटवार का पोसिटिव रिपोर्ट अगर केंद्र को नहीं भेजती है और मार्च तक केन्द्र सरकार आदिवासी की दर्जा पुनः नहीं देती है तो आने वाले अप्रैल महीने से घटवाल /घटवार जाती के लोग आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है.