रिपोर्ट: बिपिन कुमार
धनबाद:
धनबाद से इंसानियत को झकझोरने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गरीब मां ने अपने एक बीमार बेटे का इलाज कराने के लिए अपने ढाई माह के बेटे को ही बेच दिया. मामला धनबाद के बैंक मोड़ थाना अंतर्गत वाशेपुर का है. जहां एक मां की ममता उस वक्त गरीबी के आगे उस वक्त झुक गयी जब उसे अपने बड़े बेटे का इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे. लेकिन अब माँ बेचैन है.
क्या है मामला:
धनबाद के वाशेपुर मारूफ गंज की रहने वाली हिना परवीन और मो० अख्तर का बड़ा बेटा जो कि 6 वर्ष का है, जब वह बीमार पड़ा तो बड़े रकम की ज़रूरत पड़ी. माँ-बाप ने मिलकर काफी कोशिश की लेकिन दोनों इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था नहीं कर पाए. इसी बीच किसी जान पहचान वाले अपने ने ही रास्ता दिखाया, जो हैरान करने वाला था. उसने पति-पत्नी को ढाई महीने के छोटे बच्चे को बेचने का ऑफर दिया. गरीबी के आगे बेबस माँ ने हामी भी भर दी. गया के एक निः संतान दंपति को महज़ 20,000 रूपये में अपने बेटे को बेच दिया. इतना ही नहीं गोद लेने वाले दम्पति ने स्टाम्प पेपर पर सिग्नेचर कर बच्चे को गोद ले लिया और उसे लेकर बिहार के गया जिले वापस चले गये.
फिर से जग उठी ममता:
बच्चे को दुसरे को सौपने के बाद जब माँ-बाप ने कागजात को पढ़ा तो हैरान रह गये. स्टाम्प में जब लिखा था कि अब बच्चे पर उनका कोई अधिकार नहीं है. तब उस मां की ममता फिर जाग उठी. अब बेबस माँ अपने बेटे को पाने की फरियाद लगा रही है. हिना परवीन ने कहा कि उसे एक जगह से लोन मिला है, जिसके एवज में वह पैसे चुकाकर अपने बेटे को वापस पाना चाहती है. उसे 20 हजार की जगह 25 हजार देने पड़े तो वह देने के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी हाल में उसे अपना बेटा अब वापस चाहिए. इसी की गुहार लगाते हुए महिला धनबाद कोर्ट पहुंची और वकील से राय मशवरा भी ले चुकी है.
अब माँ की ममता अपनी सुनी गोद देख रो रही है. बच्चा वापस तो चाहिए लेकिन जिस परिस्तिथि में बच्चे को बेच देने का फैसला माँ-बाप ने लिया होगा वह भी झकझोर देने वाला है.