देवघरः
बाबा बैद्यनाथ द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, देवघर में सदियों से चली आ रही परम्परा के अनुसार फाल्गुन कृष्ण पक्ष द्वादशी को बाबा बैद्यनाथ मंदिर और पार्वती मंदिर के गुम्बद पर से उतारे गये पंचशूल को त्रयोदशी को विधि-विधान के साथ पूजा करने के बाद पुनः स्थापित किया गया.
बाबा बैद्यनाथ और पार्वती मंदिर समेत सभी 22 मंदिरों के पंचशूलों को मंगलवार को विधि-विधान के साथ पूजा करने के बाद पुनः सभी मंदिरों के ऊपर स्थापित किया गया पंचशूल के स्पर्श और दर्शन के लिए हज़ारों श्रद्धालुओं की भीड़ बाबा मंदिर परिसर में पहुंची.
पंचशूल स्थापित करने के बाद बाबा बैद्यनाथ मंदिर व माॅ पार्वती मंदिर के पंचशूलों के बीच पहले पुरोहितों द्वारा गठबंधन बांधा गया. जिसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा गठबंधन करने की परंपरा फिर से शुरू हुई.
बता दें कि पूरे भारतवर्ष में सिर्फ देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर के परिसर में ही बाबा वैद्यनाथ सहित सभी 22 मन्दिरों के गुम्बद पर पंचशूल स्थापित है, जबकि अन्य सभी द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर के गुम्बद पर त्रिशूल विराजित हैं.