रिपोर्टः बिपिन कुमार
धनबादः
झरिया के अग्नि प्रभावित क्षेत्र में रह रहे आम लोगों के साथ-साथ भगवान का भी पुनर्वास हुआ है. अग्नि प्रभावित क्षेत्र झरिया से विस्थापित लोगों द्वारा धनबाद के बेलगड़िया में बनीं टाउनशिप में इस बार पहली बार शिवरात्रि मनाई जा रही है. विस्थापित हुए परिवारों को जिस प्रकार यहां पुनर्वासित कर बसाया गया है. ठीक उसी प्रकार शिव-पार्वती के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं को भी उन अग्नि प्रभावित व भू-धसान क्षेत्र से लाकर यहाँ पुनर्वासित किया गया है. आज शिवरात्रि की पूजा यहां धूमधाम से की जा रही है.
क्या कहते हैं बेलगाड़िया के लोगः
बेलगड़िया में बसे राजू और अन्य लोग कहते हैं कि अब माता पार्वती और भगवान शिव हमलोग के बीच विराजमान हो गए हैं. वे कहते है कि सरकार ने रहने के लिए हमें घर तो दे दिया, लेकिन कोई भी रोजी रोजगार नहीं है. अब तो बस माता पार्वती और भगवान शिव ही हमारी नैया पार लगा सकते हैं.
बिना अपने भगवान के कोई नहीं आना चाहता था यहांः
2009 में ही झरिया विहार कॉलनी बनकर तैयार होने के बाद अग्नि प्रभावित व भू-धसान क्षेत्र के लोग यहाँ आने को राजी नहीं थे. झरिया बोकापहाडी के लोग अपने ईश्वर को छोड़कर कहीं जाना नहीं चाहते थे. तत्कालीन आयुक्त एएन पांडेय ने हांथ जोड़ विनती की थी कि आप सब चलें आपके साथ आपके ईश्वर भी साथ जाएंगे. इसके बाद सबसे पहले बोकापहाडी के लोग यहाँ पुनर्वासित हुए.