रिपोर्टः कुणाल शांतनु
जरमुंडी:
दुमका के जरमुंडी प्रखंड स्थित राजकीय मध्य विद्यालय बासुकीनाथ इन दिनों बच्चों के लिए खतरा बन चुका है. जिससे न सिर्फ बच्चे बल्कि शिक्षक भी भयभीत नज़र आ रहे हैं. विद्यालय में पढ़ाई करने वाले बच्चों को शिक्षक द्वारा डर से न खेलने दिया जा रहा. न बाहर प्रांगण में निकलने दिया जा रहा है.
दरअसल, बासुकीनाथ मध्य विद्यालय के उपर से ही बीचो-बीच 11 हजार वोल्ट बिजली का तार गुजरा है. लेकिन यह तार उस वक्त परेशानी का सबब बन गया. जब शिक्षकों ने पोल के उपरी हिस्से में तार टूटा हुआ देखा. अब इस बात का डर है कि कभी भी तार टूट कर गिर सकता है. जिससे विद्यालय में पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी खतरा है. लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि विभाग इससे बेखबर है. विद्यालय के शिक्षक बताते हैं कि छह माह से कई बार विभाग को आवेदन दे चुके हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. कभी भी तेज़ हवा या आंधी में तार विद्यालय प्रांगण में गिर सकता है.
इधर, छात्र-छात्राओं का कहना है कि विद्युत तार की वजह से शिक्षक उन्हें विद्यालय प्रांगण में खेलने भी नहीं देते हैं. छात्र-छात्राओं ने सरकार से अपील की है कि विद्यालय के ठीक उपर से गुज़र रहे बिजली के तार को विद्यालय के बाहर से पास करायें.
वहीं, विद्यालय की अन्य समस्याओं के बारे में शिक्षक ने बताया कि विद्यालय की चाहरदिवार भी छोटी है, ऐसे में बच्चे लंच टाइम में दीवार तड़प के भाग जाते हैं. बहुत सारी छोटी-बड़ी बच्चियां भी पढ़ती हैं ऐसे में दिवार छोटा होने से डर सा बना होता है. शिक्षकों ने विद्यालय की समस्या दूर करने की मांग प्रशासन व सरकार से की है.