पाकुड़ः
हर काम में जनता की भागीदारी सरकार की सोच है और इसी सोच के तहत बजट पूर्व बजट संगोष्ठी की परिपाटी शुरू की गयी है ताकि किसानों, विद्यार्थियों, शिक्षाविदों, महिलाओं और व्यवसायिक संघों के प्रतिनिधियों का सुझाव लिया जा सके और उनके अनुरूप विकास योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके.यह बातें कृषि उत्पादन बाजार समिति प्रांगण में आयोजित प्रमंडल स्तरीय बजट पूर्व संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियो का सशक्तिकरण और क्षमता के विकास को लेकर नीतिगत और योजनाबद्ध तरीके से सरकार काम कर रही है. अलग राज्य बनने के बाद समर्पण की कमी के कारण प्रदेश का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि आइएस अधिकारी शासन नहीं बल्कि जनता की सेवा करने की मानसिकता रखें तभी गांवों का विकास होगा. यदि अधिकारियों में समर्पण हो तो राज्य को विकास के मामले में आगे ले जाने से कोई नहीं रोक सकता. प्री-बजट का मकसद जनता के अनुरूप वित्तीय व्यवस्था सुनिश्चित करना है.
मुख्यमंत्री के भाषण की महत्वपूर्ण बातें:-
► मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी खजाने पर हर गरीबों का हक है.
► प्रत्येक गांवों को जीवन्त जागृत गांव बनाने का काम सरकार करेगी.
► प्रत्येक वर्ष 1 लाख बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने का काम किया जायेगा.
► स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर 25 हजार नौजवानों को नियुक्ति पत्र देने की घोषणा सरकार ने की.
► मुख्यमंत्री ने कहा कि जोहार योजना के तहत आगामी वित्तीय वर्ष में 11 जिलों के 25 प्रखंडों में आधुनिक खेती का प्रशिक्षण दिया जायेगा ताकि कम लागत से अधिक उत्पादन किसान कर सकें.
► तेजस्वी योजना के तहत 14 से 24 वर्ष आयु के बच्चियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देगी.
► आंगनबाड़ी केंद्रो में क्लब का गठन किया जायेगा.
► संथाल परगना प्रमंडल में तसर, लाह, मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण देने और आदिवासी एवं पहाड़िया ग्रामीणों को आर्थिक रूप से मजबुत करने के लिए मुद्रा योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान किया जायेगा. मधुमक्खी पालन करने वाले किसानो की मधु खादी ग्रामोद्योग खरीदेगा.
►आदिम जनजातियो के विकास में लापरवाही सरकार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेगी.
► संगोष्ठी में मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का सरलीकरण होगा.
► संथाल परगना के सभी जिलों में तीन साल की कार्य योजना बनायी जायेगी.
► उन्होने आदिवासी गांवो में ग्राम विकास समिति के माध्यम से विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने की भी बात कही. सीएम ने कहा कि संथाल परगना प्रमंडल बिचैलियों एवं दलालों से भरा पड़ा है. साजिश कर विकास योजनाओ को कोई रोकेगा तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जायेगी.
► मुख्यमंत्री ने चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से पब्लिक पार्टनरशीप के तहत वाहनों का परिचालन शुरू करने की भी अपील की.
► मुख्यमंत्री ने संगोष्ठी में दिये गये सुझावों के अनुरूप स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, उद्योग को बढ़ावा देने को लेकर बजट में प्रावधान करने का आश्वासन दिया.
मौके पर कृषि मंत्री रणधीर सिंह, कल्याण मंत्री लुईस मरांडी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, सरकार के सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह, सुखदेव सिंह, अविनाश कुमार, अनुराधा पटनायक, पूजा सिंघल पुरवार, निदेशक उर्जा राहुल कुमार पुरवार, आइजी सुमन गुप्ता, आयुक्त डा. प्रदीप कुमार, डीआइजी अखिलेश झा, प्रमंडल के सभी जिलों के डीसी, डीडीसी, एसपी, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष आदि मौजूद थे. बजट पूर्व संगोष्ठी के उद्देश्यों पर मुख्यसचिव ने प्रकाश डाला.