रिपोर्ट:राजकुमार साह
देवघरः
देवघर प्रखंड स्थित टाभाघाट पंचायत के राजकीय कृत मध्य विद्यालय टाभाघाट के बच्चों को स्कूल भवन रहते खुले आसमान के नीचे पढ़ते देखा गया. यह सिलसिला पिछले छह दिनों से चल रहा था. जिसकी वजह हैरान करने वाली है.
राजकीय कृत मध्य विद्यालय टाभाघाट स्कूल भवन से करीब 400 मीटर दूर फिल्ड में स्कूली बच्चों को शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जा रहा था. जिसपर अब कार्रवाई हुई है.
दरअसल, स्कूल परिसर में कुछ दिन पहले एक मवेशी की मौत हो गयी थी. मृत मवेशी को यूं ही छोड़ दिये जाने के कारण धिरे-धिरे स्कूल परिसर में दुर्गन्ध फैलने लगा. जिसके बाद स्कूली बच्चों और शिक्षकों का स्कूल में बैठना मुश्किल हो गया. अब पढ़ाई तो बंद होनी थी नहीं. तो इसका शाॅर्टकट तरीका निकाला गया.
स्कूल प्रबंधन ने अजीब सा तरीका ढुंढ़ा. सभी बच्चों को लेकर विद्यालय के करीब ही मास्टर साहब खुले आसमान के नीचे आ गये और शुरू कर दी गयी क्लास. हालांकि इस तरह की कक्षा लगाये जाने पर बच्चों की उपस्थिती बिल्कुल कम हो गयी. दुर्गन्ध का आलम यह था कि आसपास से गु़ज़रना भी दुश्वार था.
जब इस बात की जानकारी N7india.com के संवाददाता द्वारा सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ बुलबुल को दी गयी. तब वे खुद के प्रयास से न सिर्फ मृत मवेशी के उपर मिट्टी डलवाया बल्कि जिला शिक्षा अधीक्षक को सूचित कर स्थल पर बुलाया गया.
जहां पहुंच डीएसई विद्यालय प्रबंधन पर न सिर्फ बिफरे बल्कि इस बात की सूचना उनके स्तर तक नहीं दिये जाने के कारण प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण भी पुछा गया है.
वहीं, स्कूल के प्रधानाध्यापक का कहना है कि कोई फंड नहीं होने के कारण मृत मवेशी को हटाया नहीं जा सका था. मजबूरन बाहर स्कूल लगाना पड़ा.