देवघर:
झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी देवघर में विजयदशमी बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जा रहा है. मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन करने से पहले ‘सिंदूर खेला‘ की परंपरा है. ऐसे में शहर के सभी पूजा-पंडालों में सिंदूर खेला का आयोजन बड़े धूम-धाम से किया गया.
विभिन्न दुर्गा मंदिरों और पूजा-पंडालों में विजयादशमी के मौके पर सुहागिनों ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर सदा सुहागन रहने की दुआएं दी. ऐसी मान्यता है कि सिंदूर खेला से सौभाग्य का वरदान मिलता है. पति की उम्र लंबी होती है. यही वजह है कि ‘सिंदूर खेला‘ में महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं.
महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदुर लगाकर सिंदूर खेला की पंरपरा को निभाया. इस मौके पर महिलाओं ने जमकर जश्न मनाया.
महिला श्रद्धालुओं के बताया कि नवरात्रि पर मां दुर्गा नौ दिनों तक अपने मायके में रहती हैं और दसवें दिन वापस अपने ससुराल चली जाती हैं. सिंदूर खेला के साथ मां को विदायी दी जाती है. इस मौके पर मां दुर्गा सभी सुहागिन महिलाओं को सुहागिन रहने का आशीर्वाद देती हैं.