रिपोर्टः जयदेव कुमार
पाकुड़:
पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां दाह संस्कार के लिए परिजनों द्वारा ले जाये जा रहे शव को रोक दिया गया.
महेशपुर के दतियारपोखर गांव में मृत शरीर का अंतिम संस्कार करने परिजन ले जा रहे थे. इसी बीच शव को कुछ लोगों ने बीच रास्ते में ही रोक दिया. जिससे विवाद खड़ा हो गया.
परिजनों ने बताया कि 40 वर्षीय शांति देवी एक माह से बिमार थी. गंभीर बिमारी की वजह से शुक्रवार की अहले सुबह उसकी मौत हो गयी. परिजन मृत शरीर को लेकर दाह संस्कार करने शमसान ले जा रहे थे. इसी बीच गांव के ही कुछ लोगों ने अंतिम यात्रा को शमसान घाट जाने से रोक दिया.
शव की अंतिम यात्रा को रोके जाने की वजह हैरान करने वाली है. आरोप है कि दबंगों ने सिर्फ इसलिए शव को ले जाने से रोका क्योंकि उस रास्ते पर ज़मीन उनकी है. अपनी जमीन से होकर लाश को पार नही करने देने की बात कह शव ले जाने से रोक दिया गया.
जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. मृत शरीर को घंटों घर पर रखने से दुर्गंध आने लगी थी. काफी मान-मनौव्वल के बाद भी जब बात नहीं बनी तो परिजनों ने इसकी सूचना महेशपुर पुलिस को दी.
सूचना मिलते ही एसआई देवानंद कुमार सदलबल गांव पहुंचे. पुलिस को आता देख शव के रोकने वाला पक्ष फरार हो चुका था. पुलिस की देखरेख में शव की अंतिम क्रिया को कराया गया. इधर, पुलिस मामले की जांच कर आरोपी को धड़ पकड़ में जुटी है.