देवघर:
देवघर आए केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चैबे ने देवीपुर में एम्स निर्माण स्थल का जायजा लिया. निरीक्षण के बाद देवघर परिसदन में पत्रकारों से बातचीत की. एम्स निर्माण के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देवघर के देवीपुर में एम्स के लिए जगह बहुत ही अच्छी है, क्योंकि यह बिहार और बंगाल का बोर्डर है.
वित्तीय वर्ष 2017/18 के बजट में इसकी घोषणा की गयी है. तबसे इसपर कार्रवाही भी शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि देवीपुर में एम्स के लिए 230 एकड़ जमीन उपलब्ध है. उसका हस्तानान्तरण अभी भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को होना है. इस प्रोजेक्ट का अनुमानित लागत डीपीआर तैयार हो गया है. लगभग 1300 करोड़ का डीपीआर भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने तैयार किया है. जल्द ही बाउंड्रीवाॅल का काम शुरू किया जाएगा. हाॅस्पिटल सर्विसेस कन्सलटेन्सी काॅरपोरेशन जो भारत सरकार की एचएससी कम्पनी है. यहां का सारा काम उसी कम्पनी द्वारा किया जाएगा. इसका जितना प्री इन्वेस्टमेंट एक्टिविटी है उसके लिए कम्पनी से बात की गयी है. साथ ही यह लक्ष्य दिया गया है कि जितनी जल्दी जमीन का ट्रांसफर होता है, एपरूवल होने के बाद तीन साल के अन्दर यहां एम्स बनकर तैयार हो जाएगा.
ई-हेल्थ केयर :
प्रेसवार्ता के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चैबे ने कहा कि यहां के लोगों की डिमांड थी कि तत्काल यहां पर एम्स की इमरजेंसी सेवा या कोई आउटडोर सेवा को खोला जाए. यह नीतिगत विषय है. जिसका निर्णय मंत्रालय स्तर पर विचार विमर्श कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा हेल्थ केयर के लिए अभी ई हेल्थ केयर बनाया गया है. जिसमें टेली मेडिसिन भी आता है. कम से कम खर्च में समाज के हर तबके को कैसे स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा सकें. यह सरकार की प्राथमिकता है. सदर अस्पताल में टेलिमेडिसिन की व्यवस्था पर सरकार गंभीर रूप से विचार करेगी.
डायलिसिस मशीन:
केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम की शुरूआत पूरे देश में की गयी है. प्रधानमंत्री की यह सोच है कि हर जिला अस्पताल में एक डायलिसिस मशीन हो ताकि लोगों को डायलिसिस के लिए दूर नहीं जाना पड़े. इस प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है. झारखंड के लिए वित्तीय वर्ष 2017/18 के बजट में सोलह करोड़ का प्रावधान किया गया था. उसी प्रकार मोबाइल मेडिकल युनिट के लिए डेढ़ करोड़ रूपये झारखंड को दिया गया है. झारखंड राज्य के जो सरकारी मेडिकल काॅलेज हैं. उसका अपग्रेडेशन के लिए भारत सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राशि उपलब्ध करायी है. साथ ही बारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत राष्ट्रीय मौखिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में झारखंड के चैबीसो जिलों को ले लिया गया है. उसी प्रकार राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम देश स्तर पर है. जिसके तहत झारखंड के बारह जिले को लिया गया है. साथ ही फ्लोराईड से संबंधित बिमारियों के लिए तेरह जिलों को लिया गया है. इन जिलों में केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से फ्लोराईड से होने वाले बिमारियों पर नियंत्रण किया जाएगा.
देवघर पहुंचे केन्द्रीय राज्य स्वास्थ मंत्री अश्वनी चैबे ने बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की और देश की मंगल कामना की. मंत्री अश्वनी चैबे ने न सिर्फ भोले के दर्शन ही किया, बल्कि बाबा मंदिर के 22 मंदिर के दर्शन और आरती की. मंत्री ने कहा देश में अमन चैन की बाबा से कामना की है. वहीं उन्होंने बताया कि पंडा धर्मरक्षणी सभा देवघर ने प्रपोजल दिया है कि वो मंदिर में कैंसर पीडितों के लिए दान काउंटर खोलेगी और इसमें आये दान से कैंसर पीड़ितों का इलाज किया जाएगा. जिसकी स्वीकृति दे दी जायेगी.