देवघर:
रघुवर सरकार के 1000 दिन पूरा होने के उपलक्ष्य पर सभी जिलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. देवघर में भी आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे नगर विकास मंत्री को विरोध का सामना करना पड़ा.
रन फॉर झारखण्ड का नेतृत्व करने के बाद जब मंत्री सी पी सिंह देवघर परिसदन में थे. तभी देवघर परिसदन के गेट को सर्वदलीय समिति के लोगो ने घेर लिया. दर्जनों की संख्या में मौजूद समिति के सदस्य परिसदन के गेट पर जमकर नगर निगम, जिला प्रशासन और सरकार के विरुद्ध नारेबाज़ी करने लगे. लोगों देवघर जिले के 121 गाँव को निगम में शामिल करने का विरोध कर रहे थे साथ ही जिले में हो रहे अवैध बालू उठाव को लेकर जिला खनन पदाधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की जा रही थी.
हल्ला-हंगामा सुन मंत्री सी पी सिंह परिसदन के गेट तक प्रदर्शन कर रहे लोगों से बात करने पहुंचे, लोगों ने बताया कि निगाम में 121 गाँव को शामिल करने की जो बात चल रही है उससे किस तरह की परेशानी ग्रामीण इलाकों में होगी. पहले ही जबरन 44 गांव को निगम में शामिल किया जा चूका है. साथ ही तमाम रोक के बाद भी जिस तरह बालू माफियाओं ने बालू उठाव का खेल जारी रखा है उसपर लगाम कसने की बात कही.
आपको बता दें, की देवघर के 121 गांवों को निगम में शामिल करने का जो विरोध विपक्षी या अन्य लोग जो कर रहे हैं वो दरअसल महज़ एक अफवाह है. निगम के सिईओ संजय सिंह ने पहले ही क्लियर कर दिया है की ये नगम निगम मास्टर प्लान है. जो अगले 17 साल बाद का प्लान है. अगर 17 साल बाद निगम का एक्सटेंशन हो सकता है,तो इन इलाकों में शहरीकरण की ओर कदम बढ़ाएं जायेंगे. अभी सरकार द्वारा परिसीमन को लेकर कोई बात नही की गयी है. ये महज़ अफवाह है की निगम 121 गांव को जोड़ने जा रही है.