दुमका:
झारखण्ड की उपराजधानी दुमका से शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहाँ अपने दोस्त के साथ जा रही युवती को दरिंदों ने अपने हवस का शिकार बनाया है.
दुमका के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार, युवती अपने दोस्त के साथ किसी काम से दिग्घी गई थी. तभी 15 से 20 की संख्या में युवकों ने शर्मनाक घटना को अंजाम दिया.
घटना का प्रत्यक्षदर्शी रहे पीडिता के साथी युवक ने बताया कि दोनों दोस्त जब सड़क पर जा रहे थे तभी 5-6 की संख्या में युवक पहुंचे और दोनों को घेर लिया. सभी लड़के उससे मोबाइल या पैसे की मांग करने लगे. मोबाइल देने से इंकार करने पर लड़कों ने अपने कुछ और साथिओं को फ़ोन किया जिसके बाद 12-15 की संख्या में कुछ और युवक पहुंच गये और छिना-झपटी करने लगे. मोबाइल और पैसे नही मिलने पर युवकों ने उसे चाकू का भय दिखाया और युवती को घसीटते हुए लेकर चले गये. जहाँ बारी-बारी से बदमाशों ने युवती को अपने हवस का शिकार बनाया. इतना ही नही बेसुध अवस्था में पीडिता को साक्ष्य छुपाने की नियत से पास के तलाब में नहलाया और नग्न हालत में उसके साथी के हवाले कर फरार हो गये.
युवक ने बताया कि उसी हालत में पीडिता को उसने खुद का कपडा पहनाया और देर रात पुलिस स्टेशन पहुंचा. जहाँ से लड़की की नाज़ुक हालत देखते हुए पुलिस ने उसे दुमका सदर अस्पताल में भर्ती कराया. पीडिता के साथी ने दोषिओं पर सख्त करवाई की मांग की है.
इधर, घटना से डरी पीडिता की हालत खतरे से बहार ज़रूर है लेकिन डॉक्टर के मुताबिक फ़िलहाल उसकी मानसिक हालत ठीक नही है. युवती का इलाज दुमका सदर अस्पताल में चल रहा है. दुमका सदर अस्पताल के अस्पताल उपाधीक्षक ने कहा कि लड़की को काफी नाजुक स्थिति में लाया गया था. जिसका इलाज किया जा रहा है. लड़की को गहरा मानसिक सदमा लगा है और वह किसी से बात नहीं कर रही है. कुछ भी नहीं खा रही है लेकिन खतरे से बाहर है. उसका प्रॉपर इलाज कर रहे है. उपायुक्त के निर्देश पर लड़की को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है.
इस मामले में छात्र संघठन ने भी सवाल उठाया है. छात्र संघठनों का कहना है कि दुमका झारखण्ड की उपराजधानी है और जहाँ सरकार महिला सशक्तिकरन की बात कर रही है वहीँ यहाँ की लड़किया सुरक्षित नहीं है इस मामले में पुलिस को कड़ी से कड़ी कारवाही करनी चाहिए. छात्रों ने घटना के विरुद्ध आंदोलन की भी चेतावनीदी है.
वही दुमका पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने घटना को न बर्दाश्त करने वाला बताते हुए कहा कि घटना में संलिप्त सभी दोषियों को सज़ा-ए-मौत मिलनी चाहिए. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से इस बिषय को लेकर अवगत कराएँगे और सरकार द्वारा जीतानी भी मदद पीड़िता को मिले वह दिलाने का काम करेंगे. साथ ही पुलिस प्रशासन को जल्द ही दोषिओं को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी करवाई की मांग की है.
घटना में संलिप्त दरिंदो की तलाश पुलिस लगातार कर रही है. चार लड़कों को हिरासत में भी दुमका पुलिस ने लिया है. जिससे पूछताछ जारी है. लगातार विभिन्न जगहों पर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.