देवघर:
किसी ने सच ही कहा है कि आपकी सोच अच्छी होनी चाहिए.. मंजील खुद-ब-खुद मिल जाती है. देवघर के युवाओं ने भी एक अच्छी सोच की मिसाल पेश की है.
पड़ोसी राज्य बिहार में बाढ़ से बदहाल लोगों की ख़बर जब झारखंड के देवघर के युवाओं तक पहुंची, तो सिर्फ ख़बर पढ़ या सून कर इनसे रहा न गया. एक युवक ने बाढ़ पीड़ितों की कुछ मदद किये जाने की बात ही कही कि दूसरे ने इस नेक काम को अंजाम तक पहुंचाने का ही ठान लिया. एक ने सिर्फ सोचा और सैंकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गये. फिर देखते ही देखते जैसे पूरी देवनगरी नेक काम में लग गयी.
बिहार राज्य में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सोशल मीडिया भी काफी कारगार साबित हुई. नौजवानों के एक ग्रुप ने सोशल मीडिया पर एक मुहिम छेड़ी कि पड़ोसी राज्य के लोगों की मदद करनी है. लोगों के खान-पान, कपड़े व जरूरत के समान इकट्ठा करना है. धीरे-धीरे देवघर के कई युवा, शिक्षण संस्थान, समाज सेवी आगे आने लगे. सभी ने न सिर्फ खुद से बल्कि अपने जान पहचान वालों से बात की और कारवां बढ़ता ही चला गया.
‘युवा शक्ति’ राष्ट्र शक्ति के बैनर तले सैंकड़ों युवाओं ने भीक्षाटन किया. देवघरवासियों ने आगे आकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार खाद्य सामग्री व कपड़े दिये. सामग्री इतनी ज़्यादा इकट्ठा हो गयी कि 24 घंटे युवाओं का ग्रुप के के एन स्टेडियम में पिछले छह दिनों से पैकिंग में लगा था. नौजवानों के इस ग्रुप में जिले के कुछ पत्रकार भी शामिल थे. वैदिक मंत्रोच्चारण और बाढ़ पीड़ितों की सलामती की दुआयों के बीच समानों की पैकिंग हुई.
आखिरकार, शुक्रवार की सुबह सारे सामान पैक होकर तैयार हुए. पांच पीकअप वैन पर खाद्य सामग्री और कपड़े को एकत्रित कर रखा गया. खाद्य सामग्री के रूप में मुख्य रूप से चूड़ा, मूढ़ी, गुड़, बिस्कुट, मिक्सचर, पानी और भीक्षाटन कर इक्कठा किये गये साफ-सुथरे पुराने कपड़े व रोजमर्रा की जिंदगी में प्रयोग होने वाले आवश्यक वस्तुओं को बिहार के कटिहार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भेजा गया.
के के एन स्टेडियम से जिले के उपायुक्त राहुल कुमार सिंहा ने पांचों वाहनों को रवाना किया. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि विपत्ति के समय कंधे से कंधा मिलाकर एक-दूसरे का साथ देना वास्तव में हमारे देश की एकता और अखण्डता का प्रतीक है. बिहार के बाढ़ पीड़ितों के इस विपत्ति के समय सिर्फ सरकार हीं नहीं बल्कि आम लोग भी आगे आकर अपना सहयोग दे रहे हैं, जो कि काफी सराहनीय है. साथ हीं उन्होंने देवघर जिला के सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपने सहयोग से इस पुण्य के काम को करने का बीड़ा उठाया है. उन्होंने कहा कि यदि हमारे थोड़े से सहयोग से किसी का भला हो जाता है, तो इस प्रकार का सहयोग अवश्य किया जाना चाहिये.
वहीं, इस नेक काम को करते हुए नौजवानों के बीच जो उत्साह था वह देखने लायक था. युवाओं ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के बाद जब लौटेंगे तो पूरे शहर में हर घर से एक-एक पौधा मांग कर वृक्षारोपण करेंगे. ताकि पर्यावरण का संरक्षण हो.