दुमकाः
दुमका में चोटी कटवा की आड़ में दो मासूम बच्चो की हत्या कर दी गयी है. बच्चे की माँ की चोटी भी काट दी गयी है. अपने दो मासूम बच्चो की हत्या से माँ सदमे में है तो परिवार में कोहराम मचा हुआ है. घटना दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के शिकारीपाड़ा बाजार की है. पूरा मामला रहस्यमय बना हुआ है. बताया जाता है कि बच्चों की हत्या के बाद अब मामले को चोटी कटवा गिरोह से जोड़कर देखा जा रहा है, हालाँकि पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गयी है.
दुमका के शिकारीपाड़ा में दो मासूम बच्चो की हत्या से सनसनी फैल गयी है. आरोप यह लग रहे है कि घटना को चोटी कटवा गिरोह ने अंजाम दिया है और मासूम की हत्या के बाद चोटी कटवा गिरोह ने मृत बच्चों की माँ की चोटी भी काट दी है. जानकारी के मुताबिक शिकारीपाड़ा बाजार के रहनेवाली समाप्ति साहा का बड़ा बेटा स्कूल से लौटनेवाला था. बड़े बेटे के इंतजार में समाप्ति साहा की आँख लग गयी और अपने सात महीने के जुड़वाँ बच्चे रिक्की और रिज्जू को पास में सुलाकर सो गयी. समाप्ति साहा की सास रेखा सिन्हा के मुताबिक इस बीच समाप्ति साहा की सास ने घर के बाहर का दरवाजा खोलकर स्कूल से लौट रहे अपने पोते का इंतजार कर रही थी. जब उनका पोता स्कूल से घर पहुँचा तो अपने दो मासूम भाइयों को खोजते हुए अपनी माँ समाप्ति साहा के पास गया लेकिन अपनी माँ के पास अपने दोनों भाइयो को नहीं पाकर बड़े बेटे ने माँ को जगाया. दोनों मासूम बच्चो की गायब होने से घर में कोहराम मच गया. आसपास के लोग भी जुट गए. समाप्ति साहा के परिजन चन्दन साहा का कहना है कि दोनों मासूम बच्चे रिक्की और रिज्जू को घर के कैम्पस में बने कुँए में तैरता हुआ देखा. आनन् फानन में दोनों मासूम बच्चो को कुँए से निकाला गया. इधर समाप्ति साहा ने अपनी चोटी कटी हुई पायी और फिर सदमे में चली गयी. दोनों मासूम बच्चों और उसकी माँ समाप्ति साहा को दुमका सदर अस्पताल लाया गया.
इधर दुमका सदर अस्पताल में दोनों मासूम बच्चो को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर दिलीप केशरी के मुताबिक दोनों बच्चे की अस्पताल आने से पहले ही मौत हो चुकी थी. मौत कैसी हुई, यह जाँच का विषय है. डॉक्टर दिलीप केशरी ने कहा कि बच्चों की माँ की चोटी कटी है और वह फिलहाल सदमे में है लेकिन खतरे से बाहर है.
मामले की जाँच के लिए पहुँचे दुमका नगर थाना प्रभारी मनोज ठाकुर ने कहा कि मामला संदिग्ध है और पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है. जाँच के बाद पूरे मामले से पर्दा उठ पायेगा.
बहरहाल, पूरा मामला संदिग्ध है और इस मामले से पर्दा उठना अब जरुरी हो गया है कि इन दो मासूम बच्चों की मौत का गुनहगार कौन है ? क्या वाकई में चोटी कटवा गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया है या फिर चोटी कटवा गिरोह की आड़ में किसी और अपराधी ने ऐसी वीभत्स घटना को अंजाम देकर फरार हो गया. दुमका पुलिस हाल के दिनों में लगातार चोटी कटवा गिरोह से जुड़े किसी भी अफवाह से दूर रहने की अपील की थी और अपील में यह भी कहा गया था कि ऐसी अफवाह का फायदा उठाकर कोई भी अपराधी अपने मंसूबो को अंजाम दे सकता है. अब देखना है कि इस घटना का पुलिस कब तक खुलासा कर पाती है.