दुमकाः
झारखंड के राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाईन मैदान में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया और मिली-जुली परेड की सलामी ली. इस मौके पर राज्यपाल ने अपने संबोधन में सरकार के विकास कार्यो की उपलब्धियां गिनायी. राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने लोगो को साफ सुथरा और कारगर शासन देने और राज्य में विकास और आवाम के कल्याणकारी योजनाओ को तेजी से लागू करने के लिए बेहतर कोशिश करने पर जोर दिया.
राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि झारखण्ड विकास के पथ पर अग्रसर है और विकास की इस यात्रा में हमारी सरकार सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है. संथाल परगना क्षेत्र के मानकी मुण्डा व्यवस्था को मान्यता प्रदान करते हुए हमारी सरकार द्वारा मनकी मुण्डा, ग्राम प्रधान डाकुवा की सम्मान राशि में दोगुनी बृद्धि करते हुए मानकी को 3 हजार ग्राम प्रधान को 2 हजार और डाकुवा को 1 हजार रुपया प्रति माह सम्मान राशि के रूप में प्रदान किया जा रहा है.
जल, जंगल, जमीन झारखण्ड की सामजिक सांस्कृतिक पहचान है. यहाँ की जनजातियों के हरेक पहलु जंगल से जुड़ा हुआ है. हमारी सरकार द्वारा जनजातिय संस्कृति को अक्षुण रखने के लिए बन अधिकार अधिनियम के तहत देवघर ,जामताड़ा ,दुमका ,गोड्डा पाकुड़ एवं साहेबगंज जिले में लगभग 2180 हेक्टेयर भूमि ग्रामीणों के मौलिक अधिकारों हेतु उपलब्ध कराइ गई है. जिससे उनकी आजीविका चल सके.
हम सब मिलकर 2022 तक नए भारत के निर्माण का संकल्प लें. स्वच्क्ष भारत, गरीबी मुक्त भारत ,भ्रष्टाचार मुक्त भारत ,आतंकवाद मुक्त भारत जातीवाद मुक्त भारत के निर्माण का प्रण लें. इस मौके पर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने मैट्रिक और इंटरमीडियेट की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले छात्र और छात्राओ को सम्मानित भी किया.