देवघरः
झारखंड के श्रम नियोजन एंव प्रशिक्षण मंत्री राज पलिवार से एसएमएस के जरीये मांगी गयी रंगदारी व जान से मारने की धमकी मामले का खुलासा करने में देवघर पुलिस ने सफलता पायी है.
शनिवार की रात नौ बजकर आठ मिनट पर मंत्री के निजी मोबाईल नंबर पर एक अज्ञात नंबर से अपशब्दों के साथ एक करोड़ की रंगदारी मांगी गयी थी. पैसे नहीं दिये जाने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी भी एसएमएस में लिखी गयी थी. सोमवार की सुबह जब मंत्री ने इसकी सूचना पुलिस को दी तब पुलिस तुरंत एक्टिव हुई. देवघर एसपी ए विजयालक्ष्मी खुद इस मामले के उद्भेदन को लेकर छानबीन कर रही थीं. तभी इस मामले का तार मारगोमुंडा से जुड़ा मिला और सारे मामले साफ हो गये.
मंत्री से रंगदारी के साथ-साथ धमकी देने की ये साजिश किसी दुश्मनी या अपराध की नियत से नहीं बल्कि सनसनी फैलाने और जिले की पुलिस कितनी एक्टिव है यह जांचने के लिए किया गया था. पुलिस प्रशासन को टेस्ट करने की इस सोच की उत्पति तीन नाबालिगों की है. जिसने श्रम मंत्री के नंबर पर धमकी भरे एसएमएस भेज सनसनी फैला दी.
पुरे मामले का उद्भेदन तब हुआ जब पुलिस ने मारगोमुंडा थाना के कदरो में छापेमारी की. छापेमारी मदन राय के घर में की गयी. जहां से एसएमएस के लिए इस्तेमाल किया गया सीम और मोबाइल मदन राय के घर और बाड़ी से बरामद किया गया.
एसपी ए विजयालक्ष्मी ने बताया कि तीन नाबालिग बच्चों ने यह काम किया है. जिन्हें पकड़ लिया गया है. इनमें से एक बच्चे के पिता मदन राय पाॅकेटमारी में शामिल हैं. सुल्तानगंज से देवघर कांवर यात्रा के दौरान कानपुर के एक कांवरियां की मोबाइल चोरी की गयी थी. चोरी किये गये मोबाइल को ही नाबालिग लड़कों ने एसएमएस भेजने के लिए इस्तेमाल किया था.
चोरी के मोबाइल
मदन राय के घर से चोरी किये गये कई मोबाइल बरामद किये गये हैं.सीम का उपयोग तीन मोबाइल में हुआ था. सभी मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिये हैं. मदन राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
साथ ही तीनों लड़कों को नाबालिग होने की वजह से मीडिया के सामने प्रेसित नहीं किया गया. जुबेनाइल कोर्ट में तीनों आरोपियों को पेश कर कानूनी एक्ट के तहत आगे की कार्रवाई की जायेगी.