देवघर/सारठ
देवघर जिले के सारठ प्रखंड के खखड़ा गांव में तीन माह के दौरान न तो कोई रिश्तेदार पहुंचते हैं और न ही कोई नये रिश्ते आते हैं. जिसकी वजह थोड़ी अजीब है.
खखड़ा गांव झारखंड सरकार के कृषि मंत्री रणधीर सिंह के विधानसभा क्षेत्र में आता है. बावजुद इसके आज इस गांव में बदहाली छायी है. अब ग्रामीणों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. यहां लोग खेतों के बजाये सड़क पर धान रोप रहे हैं.
पूरे जिले में सड़क के जाल बिछ रहे. सरकार सड़क बनाने, ग्रामीण सड़क को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए पानी की तरह पैसे बहा रही है. लेकिन सारठ के आराजोरी पंचायत में आने वाला खखड़ा गांव के सड़क की स्थिती ऐसी है कि यहां के लोग सड़क पर ही धान रोप कर अपने विरोध जता रहे.
सड़क पर धान रोप कर विरोध
बारिश के दिनों में पक्की सड़क न होने की वजह से ग्रामीण परेशान हैं. खखड़ा, तीवारीडीह और महदेवा गांव जाने वाली सड़क जर्जर स्थिती में है. खासकर बरसात के दिनों में हालात और ज्यादा दयनीय हो गये हैं. इस सड़क पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी नामुमकिन सा है. हर रोज़ किचड़ से होकर स्कूली बच्चे स्कूल जाते है. कई बार तो इस फिसलन भरी सड़क पर बच्चे और बुजूर्ग गिर भी चुके हैं.
बिमार व गर्भवती महिलाओं को परेशानी :
सड़क की स्थिती इतनी बदतर हालात में हैं कि अगर कोई बिमार पड़ जाये या गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाना पड़े तो डोली या खाट पर बैठा कर मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है.
नहीं आते नये रिश्ते :
खखड़ा, तीवारीडीह और महदेवा गांव जाने वाली सड़क की स्थिती देख बरसात के दिनों में कोई रिश्तेदार भी आने से कतराते हैं. यहां तक कि सड़क के बदतर हालात की वजह से अब इस गांव से लोग नये रिश्ते भी जोड़ने में कतरा रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव से जुड़ने वाले इस सड़क की वजह से उन्हें शर्मसार होना पड़ रहा है. सूबे के कृषि मंत्री और सरकार से पक्के सड़क निर्माण की मांग ग्रामीणों ने की है.